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कविताएं

सदानंद शाही की कविताएँ

सदानन्‍द शाही के तीन संग्रह प्रकाशित हैं, वे हिंदी के प्रोफ़ेसर हैं। पत्र-पत्रिकाओं में उनकी टिप्पणियाँ हम नियमित पढ़ते रहते हैं। उनकी कुछ कविताएँ पढ़ते हैं-  ================================ 1 इंद्रिय बोध     शब्द   तुम्हारा नाम था वह जो गूंजता रहा मेरे भीतर   मैं आकाश हुआ।       …

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प्रियदर्शी ठाकुर ‘ख़याल’ की ग़ज़लें

प्रियदर्शी ठाकुर ख़याल इन दिनों अपने उपन्यासों के कारण चर्चा में हैं लेकिन वे मूलतः ग़ज़लगो रहे हैं। आइए उनकी कुछ चुनिंदा ग़ज़लें उनके आत्मकथ्य के साथ पढ़ते हैं- ======================     पेशलफ्ज़ सन् १९७५ से शेर कहता आ रहा हूँ , और इस बरस पचहत्तर का हो जाऊँगा l …

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राजीव कुमार की कविताएँ

राजीव कुमार की लिखी कई समीक्षाएँ हम लोगों ने पिछले दिनों में पढ़ी हैं। वे कविता लिखते हैं और उपन्यास भी लिख रहे हैं। फ़िलहाल उनकी कविताएँ पढ़िए- ====================   मैं नींद में कभी नहीं था     सुकून का हिस्सा नहीं होती हैं रातें स्मृतियां विप्लव करती हैं कोई …

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युवा कवि शाश्वत की कविताएँ

बनारस के युवा शाश्वत की कविताओं की तरफ़ युवा कवयित्री अनामिका अनु ने ध्यान दिलाया। ताज़गी से भरी ये कविताएँ साझा कर रहा हूँ- =========================   1.छोड़े गये प्रेमी   छोड़े गये प्रेमी……   छोड़े गये प्रेमी खूब गज़ब होते हैं , उन्हें बिंधती है बड़े भाई की कटीली मुस्कान …

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मंगलेश डबराल की कविताएँ

एक कवि हमेशा अपनी कविताओं के जरिए हम सबकी स्मृतियों में रहता है। जानकी पुल का उपक्रम ‘कविता शुक्रवार’ मंगलेश डबराल की इन कुछ कविताओं से उन्हें नमन करता है। उनकी कविताएँ सदा हमारे साथ रहेंगी- =======================     स्मृति : एक ————– खिड़की की सलाख़ों से बाहर आती हुई …

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राकेश श्रीमाल की कविताएँ

जानकी पुल के उपक्रम ‘कविता शुक्रवार’ के संपादक राकेश श्रीमाल का आज जन्मदिन (5 दिसम्बर) है। जानकी पुल की तरफ से बधाई देने के लिए उनके पहले कविता संग्रह ‘अन्य’ (वाणी प्रकाशन, 2001) में प्रकाशित उनकी कुछ प्रेम कविताओं को पाठकों के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है। इन कविताओं …

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रवि रंजन की कविताएँ

रवि रंजन दिल्ली विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में राजनीति शास्त्र पढ़ाते हैं। उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए =================   जीवन की कविता में अलंकरण ज़िंदगी की कहानी में संकलन पूर्णता नहीं पूरकता को तय करती है जीवनधारा यूं ही बहती है जीव मरते पर जीवन अनंत नहीं होता कविता …

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हरि मृदुल की सात कविताएं

‘कविता शुक्रवार’ ने फ़िलहाल विराम लिया है। नए साल में दुबारा शुरू होगा। राकेश श्रीमाल उसकी तैयारी में लगे हैं। बीच बीच में विशेष प्रसंगों में कविताओं का प्रकाशन होता रहेगा। जैसे आज। हमारे देश में चुनावों का रंग दुनिया से अलग होता है। इतना अलग कि दुनियाभर की नजर …

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वीरेन्द्र प्रसाद की कुछ नई कविताएँ

भा.प्र.से. से जुड़े डॉ. वीरेन्द्र प्रसाद अर्थशास्त्र एवं वित्तीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। वे पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातकोत्तर भी हैं। रचनात्मक लेखन में उनकी रुचि है। प्रस्तुत है भीड़भाड़ से दूर रहने वाले कवि-लेखक वीरेन्द्र प्रसाद की कुछ कविताएँ और गीत-जानकी पुल ================================ [1]   …

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सरला माहेश्वरी की कविताएँ शबनम शाह के चित्र

कविता शुक्रवार के इस अंक में प्रस्तुत हैं सरला माहेश्वरी की कविताएं और शबनम शाह के चित्र। सरला माहेश्वरी के अब तक आठ कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिनमें ‘आसमान के घर की खुली खिड़कियां’, ‘लिखने दो’, ‘तुम्हें सोने नहीं देगी’ और ‘जिंदगी का पाठ’ शामिल हैं। उन्होंने स्त्री विषयक …

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