Home / कथा-कहानी

कथा-कहानी

तसनीम खान की कहानी

विभाजन त्रासदी को क्या किसी एक दिन या एक साल से जोड़ कर देखा जा सकता है ? विभाजन वर्ष केवल एक है लेकिन उससे जुड़ी भयानक स्मृतियाँ एक निश्चित समय की नहीं हो सकती हैं। विभाजन पर भीष्म साहनी का उपन्यास ‘तमस’ सबके ध्यान में होगा, जो विभाजन के …

Read More »

किंशुक गुप्ता की कहानी ‘ज़ी-होश’

युवा लेखकों में किंशुक गुप्ता की कहानियों ने कम समय में ही सबका ध्यान आकर्षित किया है। वे नई संवेदनशीलता के साथ आये हैं और हिन्दी कहानी में एक नई लकीर खींच रहे हैं। आज पढ़िए उनकी कहानी जो वैसे तो ‘हंस’ पत्रिका में प्रकाशित हो चुकी है लेकिन अधिक …

Read More »

गरिमा जोशी पंत की कहानी ‘संवेदनाओं की छिपकलियां’

व्यक्ति अपनी किशोरावस्था में जैसा होता है क्या यह ज़रूरी है कि एक लंबा उम्र जी लेने के बाद उसकी वह भावनाएँ, संवेदनाएँ बदलती होंगी ? वह उसे समझ पाता होगा और क्या समझ कर निर्ममता से उसे स्वीकार कर पाता होगा? इन्हीं सारे सवालों के साथ अपने अंतःमन में …

Read More »

ममता सिंह की कहानी ‘स्कूबा डाइविंग’

कल ममता सिंह को उनके उपन्यास ‘अलाव में कोख’ के लिए महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। जानकी पुल की ओर से उनको बधाई और इस अवसर पर पढ़िए उनकी कहानी- ================== मुझे पानी से बड़ा प्यार था, नदी हो या समुद्र… बस पानी। पर तैरते रहना बहुत …

Read More »

दिव्या विजय की कहानी ‘महानगर की एक रात’

पहला जानकी पुल शशिभूषण द्विवेदी सम्मान लेखिका दिव्या विजय को उनके कहानी संग्रह ‘सगबग मन’ के लिए दिया गया है। इस संग्रह में अलग अलग तरह के परिवेश की अनेक सघन कहानियाँ हैं। लेकिन ‘महानगर की एक रात’ कहानी बहुत अलग तरह की है। भय, शंका से भरपूर यह कहानी …

Read More »

अजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’

आज पढ़िए हिन्दी के जाने माने लेखक अजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’। अभी इस कहानी पर एक शॉर्ट फिल्म भी बनी। एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में इस फिल्म को शामिल किया गया। एक सम्मान भी मिला। आप कहानी पढ़िए- ========================           ‘तिवारी, पानी …

Read More »

राजकुमारी की कहानी ‘सरनेम’

आज पढ़िए युवा लेखिका राजकुमारी की कहानी कहानी ‘सरनेम’। राजकुमारी दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में पढ़ाती हैं। उनका एक उपन्यास भी प्रकाशित हो चुका है। आप यह कहानी पढ़िए- ======================== कमरे में सामने की दीवार पर एक बड़े फ़्रेम में ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर टंगी थी, जिसमें एक औरत फूल …

Read More »

अनुराधा सिंह की कहानी ‘पानी से न लिखना पत्थर पे कोई नाम’

 आज पढ़िए अनुराधा सिंह की यह कहानी। वैसे यह कहानी पहले ‘हंस’ में प्रकाशित हो चुकी है लेकिन हमें लगा कि इसको साझा करना चाहिए। आप भी पढ़ सकते हैं- ================= बीवी जब पहली बार मुझसे मिली तो एक मंगोल राजकुमारी सी कमनीय तरुणी थी। दूध और पीतल से मिलकर …

Read More »

गरिमा जोश पंत की कहानी ‘मुन्नू की स्वदेश वापसी’

आज पढ़िए गरिमा जोशी पंत की कहानी। गरिमा जोशी ने लिखना देर से शुरू किया। कम लिखा है लेकिन कहानी पढ़कर आपको लगेगा कि कहानी पर पकड़ इनकी कितनी खूब है- ================== मुन्नू आज स्वदेश लौट आया।” यह कहने से पहले ही मैंने सिर पर हेलमेट पहन लिया है। क्यूं? …

Read More »

माधुरी की कहानी ‘और गाय मर गई’

राजस्थान के उदयपुर में स्त्रियों के लिए रमा मेहता राइटिंग ग्रांट की शुरुआत हुई जो अब एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय संस्था बन चुकी है। 2023 में यह ग्रांट युवा लेखिका माधुरी को दिया गया। इस बार उनको यह पुरस्कार जाने माने लेखक विक्रम सेठ के हाथों प्रदान किया गया। लेखिका …

Read More »