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Tag Archives: गीताश्री

श्रीराम डाल्टन की फ़िल्म ‘स्प्रिंग थंडर’ पर गीताश्री की टिप्पणी

श्रीराम डाल्टन ऐक्टिविस्ट फ़िल्ममेकर रहे हैं। उनकी फ़िल्म ‘स्प्रिंग थंडर पर यह टिप्पणी लिखी है वरिष्ठ लेखिका गीताश्री ने। गीता जी पहले भी फ़िल्मों पर लिखती रही हैं। आउटलुक में उनके लिखे कई लेख मुझे आज भी याद है। कल ‘आर्या’ देखते हुए मुझे गीताश्री की सुष्मिता सेन के साथ बातचीत …

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ज़ेहन रोशन हो तो बाहर के अँधेरे उतना नहीं डराते

गीताश्री के उपन्यास ‘वाया मीडिया’ एक अछूते विषय पर लिखा गया है। इसको पढ़ने वाले इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहते। यह उनके किताब की एक खास समीक्षा है क्योंकि इसे लिखा है वंदना राग ने। वंदना जी मेरी प्रिय लेखिकाओं में हैं और इस साल उनका एक बहुत प्यारा …

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‘स्व’ रहित स्वाभिमान और स्त्री-विमर्श के मूलभूत सिद्धांतो की जुगलबंदी की कहानी

वरिष्ठ लेखिका गीताश्री का उपन्यास ‘वाया मीडिया – एक रोमिंग रिपोर्टर की डायरी’ इस साल विश्व पुस्तक मेले में आया था। कुछ महिला पत्रकारों के कामकाज पर आधारीय यह उपन्यास बहुत अलग ज़मीन का उपन्यास है। आज इसकी समीक्षा लिखी है युवा लेखिका अणुशक्ति सिंह ने- मॉडरेटर =========================== लफ़्ज़ों की …

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गीताश्री के उपन्यास ‘वाया मीडिया-एक रोमिंग कोरेस्पोंडेंट की डायरी’ का एक अंश

गीताश्री को वरिष्ठ लेखिका कहूँ या युवा लेखिका? उनके लेखन का कैरियर लम्बा है और उनके अंदर युवाओं सा उत्साह है। उपन्यास लिखने की शुरुआत उन्होंने हाल में ही की है। ‘वाया मीडिया‘ उनका दूसरा उपन्यास है। लेकिन इस बार विषय ऐसा है जिसके ऊपर हिंदी में कम लिखा गया …

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गीताश्री की कहानी ‘आवाज़ दे कहाँ है!’

आज पुलिस एनकाउंटर को लेकर बहस हो रही है। वरिष्ठ लेखिका गीताश्री की इस कहानी के कथानक में पुलिस एनकाउंटर ही है। राजपाल एंड संज से प्रकाशित उनके कहानी संग्रह ‘लेडीज़ सर्कल’ में शामिल है यह कहानी- मॉडरेटर ================= नैंसी के कदम आज फ्लैट से बाहर निकलते समय रुक गए. …

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अंबपाली, बाँसुरी वादक और वीणा वादक

गीताश्री वैशाली की प्राचीन कहानियाँ लिख रही थीं लेकिन इन कहानियों में अंबपाली नहीं आई थी अभी तक। अंबपाली के बिना वैशाली की कोई कहानी हो सकती है क्या भला? ख़ैर, उनकी इस नई कहानी में वैशाली है, अंबपाली और स्त्री मन का एक सनातन द्वंद्व- क्या कोई स्त्री एक …

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वैशाली की रुपजीविता

वैशाली से इस हफ़्ते गीताश्री लाई हैं प्रेम और अध्यात्म के द्वंद्व में फँसी एक भिक्षुणी की कथा। वैशाली के अतीत की एक और सम्मोहक कथा- ========================= “माते, आज आप मेरा इतना श्रृंगार क्यों कर रही हैं। मुझ पर इतनी साज सज्जा शोभती नहीं है। मैं आपका मंतव्य जानना चाहती …

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वैशाली के आचार्य और एक मेघाच्छादित रात्रि की बात

गीताश्री आज कल हर सप्ताह वैशाली के भगनावशेषों में जाती हैं कथा का एक फूल चुनकर ले आती हैं। स्त्री-पुरुष सम्बंध, मन के द्वंद्व, कर्तव्य, अधिकार- परम्परा से अब तक क्या बदला है! इतिहास के झुटपुटे की कथा कहने की एक सुप्त हो चुकी परम्परा गीताश्री के हाथों जैसे पुनर्जीवन …

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गीताश्री की कहानी ‘लिच्छवि राजकुमारी’

प्राचीन भारत में रूपवती और गुणवती स्त्रियों के समक्ष जो समस्या थी वही आज भी है- उसे समझने वाला पुरुष कहाँ मिलेगा? प्रसिद्ध लेखिका गीताश्री ने प्राचीन भारत की इस कथा के माध्यम से इसी ओर ध्यान दिलाया है। बहुत प्रासंगिक कहानी है- मॉडरेटर ========================================== लिच्छवि राजकुमारी की सुंदरता, विद्वता …

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वैशाली की कन्या और कमल के फूल

वरिष्ठ लेखिका गीताश्री आजकल वैशाली के भग्नावशेषों में बिखरी प्राचीन कथाओं की खोज कर रही हैं। यह उस ख़ज़ाने की पहली कहानी है- =================================== वैशाली के खंडहरो में जाने कितनी प्रेम कथाएं सांसें लेती हैं। उन कथाओं के नाम कई स्तूप हैं। कुछ तो नष्ट हो गए, कुछ अब भी …

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