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Tag Archives: राजपाल एंड संज

ज़रूरी सवालों और संकटों को संबोधित करती कहानियां:संजीव कुमार

अशोक कुमार पांडेय को लेखक के रूप में मैं उनकी इस कहानी के लिए भी याद रखता हूँ, ‘इस देश में मिलिट्री शासन लगा देना चाहिए’, अपने कथ्य में ही नहीं अपनी कला में भी यह कहानी अपने कथ्य में ही नहीं अपनी कला में भी यह कहानी बहुत अच्छी …

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फ़्रेंच लेखिका आमेली नोतों के उपन्यास ‘एक अधूरा उपन्यास’ का एक अंश

फ़्रेंच लेखिका आमेली नोतों के उपन्यास ‘hygiene and assassin’ का हिंदी अनुवाद प्रकाशित हुआ है ‘एक अधूरा उपन्यास’ शीर्षक से। राजपाल एंड संज से प्रकाशित यह उपन्यास पहले पंद्रह भाषाओं में प्रकाशित हो चुका है। उपन्यास की कहानी में एक नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक प्रेतेक्सता ताश की मृत्यु होने वाली …

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सफ़र के साथ सफ़र की कहानियाँ होंगी/ हर एक मोड़ पे जादू-बयानियाँ होंगी

हाल में ही जानी मानी लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ की यात्रा पुस्तक आई है ‘होना अतिथि कैलाश का’। राजपाल एंड संज से प्रकाशित इस किताब पर यह टिप्पणी लिखी है लेखिका-अनुवादिका रचना भोला यामिनी ने- मॉडरेटर =========================== होना अतिथि कैलाश का— क्या कैलाश का अतिथि होना इतना सहज धरा है\ औघड़ …

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‘जापानी सराय’ पर मनीषा कुलश्रेष्ठ की टिप्पणी

जब आपकी पहली किताब पर जाने माने लेखक-लेखिकाएँ लिखने लगें तो समझ लीजिए कि आपको बहुत गम्भीरता से लिया जा रहा है, आपको बहुत उम्मीदों से देखा जा रहा है। अनुकृति उपाध्याय के पहले कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ की यह समीक्षा प्रसिद्ध लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ ने लिखी है- मॉडरेटर ============================= …

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जीवन जिसमें राग भी है और विराग भी, हर्ष और विषाद भी, आरोह और अवरोह भी

अनुकृति उपाध्याय के कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ को जिसने भी पढ़ा उसी ने उसको अलग पाया, उनकी कहानियों में एक ताज़गी पाई। कवयित्री स्मिता सिन्हा की यह समीक्षा पढ़िए- मॉडरेटर ================ कुछ कहानियां अपने कहे से कहीं कुछ ज़्यादा कह जाती हैं । कुछ कहानियां जो निचोड़ ले जाती हैं …

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हे मल्लिके! तुमने मेरे भीतर की स्त्री के विभिन्न रंगो को और गहन कर दिया

अभी हाल में ही प्रकाशित उपन्यास ‘चिड़िया उड़’ की लेखिका पूनम दुबे के यात्रा संस्मरण हम लोग पढ़ते रहे हैं। आज उन्होंने वरिष्ठ लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ के चर्चित उपन्यास ‘मल्लिका’ पर लिखा है। आपके लिए- मॉडरेटर =============================== मनीषा कुलश्रेष्ठ जी की किताब मल्लिका पर लिखते हुए मुझे क्लॉड मोनेट की …

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स्वयं प्रकाश की पुस्तक ‘धूप में नंगे पाँव’ का एक अंश

जाने माने लेखक स्वयं प्रकाश की आत्मकथात्मक क़िस्सों की किताब राजपाल एंड संज प्रकाशन से आई है- ‘धूप में नंगे पाँव।’ उसी किताब के कुछ रोचक अंश पढ़िए- मॉडरेटर ============================= जो कहा नहीं गया -१ ================= मैंने सन १९६६ मे जावरा पोलिटेक्निक  कोलेज से मेकेनिकल इंजीनिअरिंग में डिप्लोमा कर लिया …

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‘अमृतसर 1919’ उपन्यास का एक अंश

हाल में ही जलियाँवाला बाग़ के निर्मम नरसंहार को केंद्र में रखकर लिखा एक उपन्यास आया है ‘अमृतसर 1919′, जिसके लेखक हैं रजनीश धवन। धवन अमृतसर के मूल निवासी हैं और कनाडा में यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ़्रेज़र वैली में अंग्रेज़ी पढ़ाते हैं। उनके की नाटक कनाडा में प्रदर्शित हुए हैं। उपन्यास …

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विकास के साथ परिवर्तन की नई सोच की कहानियाँ ‘राग मारवा’

इस साल के आरम्भ से ही ममता सिंह के कथा संग्रह ‘राग मारवा’ की चर्चा है। उनकी कहानियों का कथानक, उनकी सघन बुनावट बहुत स्वाभाविक है। आज इस कहानी संग्रह पर अनिता दुबे की विस्तृत टिप्पणी पढ़िए- मॉडरेटर ======================== राग मारवा ” रेडियो सखी ममता सिंह का पहला कहानी संग्रह …

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अनुकृति उपाध्याय के कथा संग्रह ‘जापानी सराय’ की भूमिका

अनुकृति उपाध्याय हिंदी कहानीकारों की जमात में नई हैं लेकिन उनकी कहानियां बहुत अलग तरह की हैं. उनका पहला कथा संग्रह राजपाल एंड संज से प्रकाशित हुआ है ‘जापानी सराय’. जिसकी भूमिका लिखी है सुप्रसिद्ध कथाकार हृषिकेश सुलभ ने. फिलहाल आप भूमिका पढ़िए- मॉडरेटर ========= समकालीन हि‍न्‍दी कहानी का परि‍दृश्‍य …

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