अरुंधति रॉय के बहुचर्चित उपन्यास ‘द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ पर यशवंत कोठारी की टिप्पणी- मॉडरेटर ======================================================= अरुंधती रॉय का दूसरा उपन्यास –मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस(चरम प्रसन्नता का मंत्रालय ) आया है. इस से पहले वह ‘मामूली चीजों का देवता’ लिख कर बुकर पुरस्कार जीत चुकी हैं- गॉड ऑफ़ …
Read More »मैन इन गॉड्स ऑन लैंड: ‘द गॉड ऑफ़ स्मॉल थिंग्स’ में पुरुष के तीन चेहरे
इन दिनों अरुंधति रॉय अपने नए उपन्यास की वजह से चर्चा में हैं. विजय शर्मा जी ने उनके पहले उपन्यास ‘ गॉड ऑफ़ स्मॉल थिंग्स’ के पुरुष पात्रों की पड़ताल की है. अरुंधति राय का उपन्यास ‘द गॉड ऑफ़ स्मॉल थिंग्स’ उपन्यास जेंडर के विषय में है – …
Read More »What is the acceptable amount of blood for good literature?
Ashutosh Bhardwaj is a senior reporter and writer and writes regularly on books in financial express. Today he writes on Arundhati Roy’s much talked about novel ‘The Ministry Of Utmost Happiness.’ Twenty years on, Arundhati Roy returns with a novel that yearns for an artistic insight, and some broken …
Read More »‘द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ के एक अंश का हिंदी अनुवाद
बीस साल बाद अरुंधति राय का दूसरा उपन्यास आया है ‘द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’. मैंने इसके एक अंश का अनुवाद किया है जो आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में प्रकाशित हुआ है. आप भी पढ़कर बताइयेगा- मॉडरेटर ================================================== जब उसको पहली बार ऐसा महसूस हुआ कि वह घर के बाहर जा …
Read More »अरुंधति राय युग प्रवर्तक लेखिका है जबकि परेश रावल मसखरे
मैं पिछले कई बरस से अरुंधती राय के नए उपन्यास के इन्तजार में हूँ. ‘द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ उनका नया उपन्यास है जो 6 जून को रिलीज हो रहा है. अपने किंडल पर उसकी एडवांस बुकिंग करवाकर उस दिन का इंतजार कर रहा हूँ. संयोग से 6 जून के …
Read More »अरुंधति रॉय की नजर में भारत का आइडिया!
जगरनॉट प्रकाशन की एक किताब पढने को मिली, अरुंधति रॉय और जॉन क्यूजैक के बीच बातचीत की: बातें जो कही जा सकती हैं और नहीं कही जा सकती हैं. अरुंधति रॉय 2014 की सर्दियों में एडवर्ड स्नोडेन से मिलीं। उनके साथ में थे अभिनेता और लेखक जॉन क्यूज़ेक और डेनियल …
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