आज हिंदी के उपेक्षित कवि जानकीवल्लभ शास्त्री ९५ साल के हो गए. इस अवसर पर उनके शतायु होने की कामना के साथ प्रस्तुत है यह संस्मरणात्मक लेख जिसे कवयित्री रश्मिरेखाजी ने लिखा है- जानकी पुल. हमारा मुज़फ्फरपुर शहर मीठी लीचियों के साथ-साथ आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री के लिए भी जाना जाता है. शास्त्रीजी की …
Read More »भूले कवि जानकीवल्लभ शास्त्री की कुछ बिसरी कविताएँ
आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री मुजफ्फरपुर के ऐसे क्लासिक हैं जिनके बारे में बात तो सब करते हैं लेकिन पढ़ता कोई नहीं है. उनके कुत्तों, उनकी बिल्लियों, उनकी गायों, उनकी विचित्र जीवन शैली की चर्चा तो सब करते हैं लेकिन उनकी कविताओं की चर्चा शायद ही कोई करता हो. पिछले दिनों पद्मश्री …
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