आज पढ़िए चर्चित लेखिका संपादक जयंती रंगनाथन की कहानी ‘चौथा मुसाफ़िर’, जो ममता कालिया द्वारा संपादित ‘वर्तमान साहित्य’ के अंक में प्रकाशित हुआ है। जिन लोगों ने उस अंक में नहीं पढ़ा वे यहाँ पढ़ सकते हैं- ======================= उस रात में कोई तो बात थी। तूफानी, बर्फीली, अजूबी और अकेली… वो …
Read More »जयंती रंगनाथ के उपन्यास ‘मैमराज़ी: बजाएगी पैपराजी का बैंड’ का एक अंश
वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका जयंती रंगनाथ के उपन्यास ‘मैमराज़ी: बजाएगी पैपराजी का बैंड’ का एक रोचक अंश पढ़िए। यह उपन्यास हिंद युग्म से प्रकाशित है- ======================== शशांक अभी भी परेशान लग रहा था। उसने सुंदरी का हाथ पकड़ा और ज़ोर से कहा, “श्श्श! चलो, निकलते हैं यहाँ से।” “कहाँ जा …
Read More »मी टू के लिए शक्ति के पर्व से बेहतर मौका और क्या हो सकता है?
मीटू अभियान के बहाने एक अच्छा लेख वरिष्ठ पत्रकार-लेखिका जयंती रंगनाथन का आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में पढ़ा. साझा कर रहा हूँ- प्रभात रंजन ============================ हैशटैग-मी टू की गुहार हमारे यहां भी पहुंच ही गई। इस अभियान के लिए शक्ति के पर्व से बेहतर मौका और क्या हो सकता है? हर दिन …
Read More »जयंती रंगनाथन और ‘बॉम्बे मेरी जान’
वरिष्ठ पत्रकार जयंती रंगनाथन की किताब आई है ‘बॉम्बे मेरी जान’. इस किताब पर कादम्बिनी पत्रिका के पत्रकार अरुण कुमार जेमिनी की यह टिप्पणी- मॉडरेटर ===================== मैं लगभग छह साल पहले इनसे पहली बार मिलाथा। वह भी तब जब इन्होंने ‘हिंदुस्तान’ ज्वाइन किया। कह नहीं सकता कि अगर ये ‘हिंदुस्तान’ …
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