‘कविता शुक्रवार’ के इस अंक में प्रस्तुत हैं रंगकर्मी और कवयित्री उमा झुनझुनवाला की कविताएं और वरिष्ठ चित्रकार सुमन सिंह के नए रेखांकन। उमा झुनझुनवाला का जन्म 20 अगस्त 1968 में कलकत्ता में हुआ था। हिन्दी से एम.ए करने के बाद इन्होंने बीएड किया क्योंकि इनका मानना है, “स्कूल का …
Read More »उमा झुनझुनवाला की कहानी ‘दो औरतें’
उमा झुनझुनवाला नाटकों की दुनिया का जाना माना नाम हैं। वह नाटक और कहानियाँ लिखती भी हैं। यह उनकी एक कहानी है। आप भी पढ़िए- ================== दो औरतें साथ साथ थीं मगर कटी कटी-सी थीं। वजह ऐसी कोई ख़ास बड़ी नहीं थी, फिर भी बहुत बड़ी वजह तो थी। एक …
Read More »कलिकथा: मंज़िल वाया बाइपास: यतीश कुमार
यतीश कुमार ने काव्यात्मक समीक्षा की अपनी विशेष शैली विकसित की और इस शैली में वे अनेक पुस्तकों की समीक्षाएँ लिख चुके हैं। इसी कड़ी में आज पढ़िए अलका सरावगी के उपन्यास ‘कलि कथा वाया बाइपास’(राजकमल प्रकाशन) की समीक्षा। 1990 के दशक के आख़िरी सालों में जिस उपन्यास ने बड़े पैमाने …
Read More »आनंद नगर में कुछ घंटे आनंद के
युवा पत्रकार-लेखक पुष्यमित्र ने हाल में ही कोलकाता की यात्रा की और उस यात्रा का एक रोचक वृत्तान्त लिखा। आपके लिए- जानकी पुल। ======================= सुबह पांच बजे जब मेरी बोगी में चा खाबे.. चा खाबे की आवाज गूंजने लगी तो मेरी नींद खुल गयी. मेरा मन उत्साह से भरा था. …
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