आज महान समाजवादी विचारक-नेता किशन पटनायक की पुण्यतिथि है. प्रस्तुत है उनको याद करते हुए राजेंद्र राजन की कविता- जानकी पुल. ======================== तुम थे हमारे समय के राडार तुम थे हमारे ही तेजस रूपहमारी चेतना की लौहमारी बेचैनियों की आंखहमारा सधा हुआ स्वरहमारा अगला कदम। जब राजनीति व्यापार में बदल …
Read More »राजेंद्र राजन की कविता ‘मनुष्यता के मोर्चे पर’
रघुवीर सहाय कहते थे कि जब मैं कविता सुनाकर हटूं तो सन्नाटा छा जाए. वरिष्ठ कवि-पत्रकार राजेंद्र राजन की इस कविता का मेरे ऊपर कुछ ऐसा ही असर हुआ. इसलिए बिना किसी भूमिका के यह कविता- जानकी पुल. मैं जितने लोगों को जानता हूं उनमें से बहुत कम लोगों से …
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