Home / Uncategorized / ‘गायब होता देश’ पर मैत्रेयी पुष्पा की टिप्पणी

‘गायब होता देश’ पर मैत्रेयी पुष्पा की टिप्पणी

 अपने पहले उपन्यास ग्लोबल गांव के देवता के चर्चित और बहुप्रशंसित होने के बाद रणेन्द्र अपने दूसरे उपन्यास गायब होता देश के साथ पाठकों के रूबरू हैं. पेंगुइन बुक्स से प्रकाशित यह हिंदी उपन्यास अनेक ज्वलंत मुद्दों को अपने में समेटता है मसलन आदिवासी जमीन की लूट, मीडिया का घुटना टेकू चरित्र, फैलता हुआ रियल एस्टेट कारोबार और आदिवासियों का अविराम संघर्ष। प्रस्तुत है इस उपन्यास के बारे में मैत्रेयी पुष्पा की टिप्पणी- जानकी पुल.
=========================================
पत्रकार किशन विद्रोही ने बिल्डर कृष्ण कुमार में ढल कर हवा के रुख की ओर पीठ कर दी। औकात बढ़ी, पंख मिले, आकाश मिला लेकिन काले नालों के दरवाजे नहीं हुआ करते, लौटने के द्वार नहीं मिले — इसी किशन विद्रोही की हत्या की खोज खबर से इस उपन्यास की शुरुआत होती है, जो व्यक्ति की अच्छाइयों बुराइओं, प्रेम घृणा और लड़ाई के मोर्चों पर हार जीत के साथ आगे बढ़ती है।
यह कथा आधुनिक विकास की तमीज के हिसाब से रातों रात गुम होजाती बस्तियों के बाशिंदों की दर्दनाक दास्तान कहती है, जिन पर कागजी खजाना तो बरसाया गया लेकिन पाँव तले की धरती छीन ली। उनके पास झोला भर नोट तो थे, घर छोड़ देने पड़े। अपनी आँखों देखने का अभिशाप झेलना पड़ा कि ऊबड़ खाबड़ बस्ती खोदकर फेंक दी गयी। फिर खानाबदोशों की तरह ” ऐश्वर्य विहार कॉलोनी ” का चमचमाता दृश्य आखों की रौशनी पर हमला करता रहा। मकदुम टोली कहाँ है नाम निशान मिट गया। पूरे देश में मिटाने और मिटने का सिलसिला चल रहा है। रणेन्द्र बस्तियों के उजड़ने और बांधों द्वारा धरती को निगलने को लेकर तीखी बेचैनी से भर उठते हैं क्योंकि बाँध के विरोध पर ही सेनानी परमेश्वर पाहन की हत्या होगयी और हत्या के बाद वह नक्सल घोषित कर दिया, यह भी आधुनिक भारत की जरूरी नीति मणि जारही है। माफियागिरी और बाहुबलियो का यह गठबंधन अपन उत्कर्ष पर है।
रियल एस्टेट, यह शब्द किस कदर हुकूमत कर रहा है, यह कोई आदिवासियों से पूछे और फिर वहाँ के किसानों के जीवन स्रोतों की पड़ताल की जाये कि जो रियल एस्टेट पहले छोटे नाले की तरह था फिर नदी हुआ और फिर नद अंत में समुद्र हो गया कि उपजाऊ धरती के साथ खनिज प्लेटिनम सोना चंडी जैसी धातुओं का सर्वशक्तिमान की तरह बटवारा करने लगा।  सरकार अब छोटा हिस्सा भर रह गयीं। मगर इस धन- दानव के सामने भी आदिवासी ही खड़े हुए — नीरज पाहन , सोनामनी बोदरा , अनुजा पाहन और रमा पोद्दार जैसे लोग अपनी भूमि के लिए अपने संकल्प से डिगने वाले नहीं थे वे अपने नदिया पहाड़ खनिज और बेटियों के लिए लड़ाई की मशाल जलाकर आगे बढ़ते रहे क्योंकि मुंडा जनों को संघर्ष के शिव कुछ सूझता नहीं। उनको यहाँ से जाना ऐसे ही नागवार गुजरता है जैसे उनके पूर्वज मरने के बाद भी स्वर्ग नहीं जाते , “अदिन्ग बोंगको ” बनकर यहीं रहते हैं
यह उपन्यास बड़े फलक का आख्यान समेटे हुए अपनी लोक संस्कृति के अद्भुत दर्शन कराता है – गीत , नृत्य के साथ सुस्वादु भोजन की ऐसी तस्वीरें पेश करता है कि बरबस ही उस क्षेत्र में उतर जाने का जी चाहता है। साथ ही रणेन्द्र ने अपनी श्यामवर्णी तरुणियों की  रंगत में बैंजनी रश्मियाँ भर कर अद्भुत चितेरे की तरह नयी कोंध दी है। श्यामरंगी किरणों से बुनी कथा जहाँ सौंदर्य कीसाक्षी बनती है वहीँ अपनी रणभेरियों की गूँज केसाथ रक्त यात्रा भी करती है।  साथ ही अपने सत्यापन में यह भी कि मुंडा समाज में पितृसत्ता के अपने रूप हैं तो मुंडा स्त्रियों की दोयम स्थिति के अपने दुःख!
यह विविध वर्णी उपन्यास साहित्य में अपनी मुकम्मल जगह बनाएगा , ऐसी मुझे उम्मीद है।

इस किताब को प्रि-ऑर्डर के तहत फ्लिपकार्ट से इस लिंक पर हासिल किया जा सकता है।

 
      

About Prabhat Ranjan

Check Also

‘बहुजन स्कालर्स फोरम’ द्वारा आयोजित गोष्ठी की रपट

‘बहुजन स्कॉलर्स फोरम‘ विभिन्न शोधार्थियों व विद्यार्थियों का एक संगठन है जिसके माध्यम से यह …

19 comments

  1. मैत्रेयी जी ने भूमिका लिखी है तो नि:संदेह अच्छी होगी…..!

  2. सुंदर समीक्षा ।

  3. मैत्रेयी जी की समीक्षा उपन्यास को पढने के लिये उकसा रही है । मँगाकर पढना ही पडेगा ।

  4. मैत्रेयी जी ने भूमिका लिखी है तो नि:संदेह अच्छी होगी…..!

  5. सुंदर समीक्षा ।

  6. मैत्रेयी जी की समीक्षा उपन्यास को पढने के लिये उकसा रही है । मँगाकर पढना ही पडेगा ।

  7. Asking questions are really nice thing if you are not understanding
    anything completely, except this article offers fastidious understanding yet.

  8. This post will assist the internet users for creating new webpage or even a
    blog from start to end.

  9. After looking into a few of the articles on your site, I really like
    your technique of blogging. I book marked it to my bookmark site list and
    will be checking back soon. Please check out my web site as well and
    let me know your opinion.

  10. I love it when individuals get together and share
    opinions. Great blog, stick with it!

  11. Cool blog! Is your theme custom made or did
    you download it from somewhere? A theme like yours
    with a few simple tweeks would really make my blog stand out.
    Please let me know where you got your theme.
    Bless you

  12. Thank you for the auspicious writeup. It in fact was
    a amusement account it. Look advanced to more added agreeable from you!
    However, how could we communicate?

  13. Hi there I am so excited I found your web site, I really
    found you by error, while I was browsing on Digg for something
    else, Anyways I am here now and would just like to say
    thank you for a tremendous post and a all round exciting blog (I also love the
    theme/design), I don’t have time to look over it
    all at the minute but I have book-marked it and also included your RSS
    feeds, so when I have time I will be back to read a great deal more, Please do keep up the
    fantastic work.

  14. I enjoy what you guys are usually up too. This kind of clever work
    and coverage! Keep up the good works guys I’ve added you guys to my own blogroll.

  15. How to track the location of the other person’s phone without their knowledge? You will be able to track and monitor text messages, phone calls, location history and much more. Free Remote Tracking and Recording of Husband’s Phone Cell Phone Spy. Best Apps to Download for Free to Spy on Another Phone.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *