मृणाल पांडे की अपूर्ण वृहतकथा का पूर्ण अंश
मृणाल पांडे का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. वह एक बड़ी कुशल गद्यकार भी हैं. हाल में ही संगीत की एक किताब लिखने के बाद मृणाल जी अपने गल्प-अवतार में अवतरित हुई हैं. बरसों पहले ‘पटरंगपुर पुराण’ जैसा उपन्यास लिखने वाली मृणाल जी इस बार अपने ‘देस’ की कथा लिख रही हैं. किस्सागोई … Continue reading मृणाल पांडे की अपूर्ण वृहतकथा का पूर्ण अंश
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed