Home / Prabhat Ranjan (page 13)

Prabhat Ranjan

उम्र भर जिनको अक़ीदों ने लड़ाए रक्खा

आज ईद के मौक़े पर पढ़िए जनाब सुहैब अहमद फ़ारूक़ी का यह लेख। सभी को ईद मुबारक- ================================ वस्बिर फ़इन्नल्लाह ला युदीउ ‘अज्र अलमुहसिनीन। हज़रात! उपरोक्त क़ुर’सानी आयत का हिन्दुस्तानी में तर्जुमा इस प्रकार है:- ‘….और धीरज रखो! क्यूंकि ईश्वर भलाई करने वालों का इनआम बेकार नहीं होने देता।’ इस …

Read More »

‘दोगलापन: ज़िंदगी और स्टार्ट अप्स का खरा सच’ पुस्तक का एक अंश

अश्नीर ग्रोवर भारत में स्टार्ट अप को साफल वनाने वाले सफल चेहरों में एक हैं। ग्रोफ़र इंडिया के सीएफ़ओ की किताब ‘दोगलापन: ज़िंदगी और स्टार्ट अप्स का खरा सच’ का एक दिलचस्प अंश पढ़िए। किताब पेंगुइन हिंद पॉकेट बुक्स से प्रकाशित है- ========================= 25 जनवरी, 2022, शाम 4 बजे जनवरी …

Read More »

रवित यादव की नई गद्य कविताएँ

आज पढ़िए युवा कवि रवित यादव की कविताएँ। रवित पेशे से वकील हैं और गद्य कविताओं में प्रयोग करते रहते हैं। आज उनकी कुछ नई गद्य कविताएँ पढ़िए- ================================ 1- हम मिलेंगे दास्तानों के किसी दिलचस्प मोड़ पर। ――――――― चार पेड़ों के बीच जैसे चार रस्सियाँ बंधी हों और बंधे …

Read More »

मृत्यु का जनसंपर्क अधिकारी 

प्रसिद्ध लेखक अनिल यादव के यात्रा वृत्तांतों में एक तरह का सम्मोहन होता है। ‘कीड़ाजड़ी’ उनका नया यात्रा वृत्तांत है जिसमें कुमाऊँ के ऊपरी इलाक़े का जीवन है। हर किरदार के जीवन का इतिहास है और अनिल की क़िस्सागोई। जीवन को इतने करीब से देखने की निगाह काम लेखकों के …

Read More »

फ़िल्मों के माध्यम से भीमराव अम्बेडकर

पिछले सालों में जो सबसे उत्साहवर्धक घटना हुई है कि डॉक्टर अम्बेडकर के विचारों का प्रसार कम उम्र के बच्चों में भी होने लगा है। यह लेख बहुत मेहनत और समझ से लिखा है 12 वीं क्लास में पढ़ने वाली बालिका साक्षी भंडारी ने लिखा है। नानकमत्ता पाबलिक स्कूल उत्तराखंड …

Read More »

हिंदी साहित्य पर पश्चिमी प्रभाव और देशज प्रतिमान

28-29 मार्च, 2023 को ‘हिंदी साहित्य पर पश्चिमी प्रभाव और देशज प्रतिमान’ विषय पर दो दिन की विचार गोष्ठी का आयोजन दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की एनेक्सी में किया गया। आयोजन डॉ. बी. आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली की साहित्य अध्ययन पीठ के देशिक अभिलेख-अनुसंधान केंद्र (सीआए-आईआईएलकेएस) ने किया था। …

Read More »

पहाड़ की छांह में वापसी

विजया सती जी ने मरे जैसे न जाने कितने विद्यार्थियों को हिंदू कॉलेज में पढ़ाया था। उनके अध्यापन यात्रा की कई कड़ियाँ हम लोग पढ़ चुके हैं। इस कड़ी में हिंदू कॉलेज से सेवानिवृत्ति के बाद हल्द्वानी जाने का प्रसंग है। आप भी पढ़िए- ======================= हिंदू कॉलेज परिसर में हम …

Read More »

युवा कवि नरेंद्र कुमार की कविताएं

आज पढ़िए युवा कवि नरेंद्र कुमार की कविताएं। ये कविताएं उनके संग्रह ‘नीलामघर’ से ली गई हैं। 1) नीलामघर रुकनपुरा से शुरू होते फ़्लाईओवर के ऊपर फ़र्राटे मारती गाड़ियों में नहीं ठीक उसके नीचे जहाँ अंबेडकर पथ आ मिलता है बिल्कुल वहीं भोर होते ही एक भीड़ उमड़ती है ये …

Read More »

शिक्षा के लिए इंटरनेट जरूरी है

हमारी चिंता यह है कि बच्चों को लोकप्रिय पढ़ाया जाए या गम्भीर लेकिन बच्चों की चिंता के केंद्र में तकनीकी प्रगति है। आज पढ़िए 12 वीं कक्षा की विद्यार्थी बबीता जोशी का लेख- =================== आज के दौर में इंटरनेट हमारी आवश्यकता नहीं ज़रूरत बन गया है। बिना इंटरनेट के आज …

Read More »

किसान और बारिश

नई पीढ़ी में किसानी की चिंता है यह बड़ी बात है। उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता पब्लिक स्कूल का कक्षा 12वीं मैं कला मानविकी विषय के छात्र हरजीत सिंह का यह लेख ऐसा ही है। पढ़िएगा- ========================== बढ़ती गर्मी के बीच मौसम का बदलना तो तय था। लगा अब …

Read More »