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Prabhat Ranjan

रज़ा युवा 2022: एक रपट

रज़ा जन्मशती के अवसर पर “रज़ा युवा -2022” का आयोजन मण्डला में हुआ। जिसकी रपट लिखी है कवयित्री स्मिता सिन्हा ने- ————————————————————— पिछले दिनों रजा फाउंडेशन और कृष्णा सोबती शिवनाथ निधि द्वारा “रज़ा युवा-2022” का वृहद आयोजन किया गया।  11 और  12 नवंबर 2022 को संपन्न इस आयोजन के विशिष्ट …

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हिंदू कॉलेज के दिन: विजया सती

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व प्राध्यापिका विजया सती अपने अध्ययन-शिक्षण जीवन के संस्मरण लिख रही हैं। यह उसकी अगली किस्त है। हमेशा की तरह बहुत रोचक और जानकारी से भरपूर- =========================== मेरे गुरुवर अजित कुमार यत्र-तत्र-सर्वत्र ‘अजित जी’ विख्यात थे. हमारे माता-पिता के लिए भी वही हुए.  हम …

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विनय कुमार के नए कविता संग्रह ‘पानी जैसा देस’ की कुछ कविताएँ

जाने-माने मनोचिकित्सक और कवि विनय कुमार का नया कविता संग्रह आया है ‘पानी जैसा देस’। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस कविता संग्रह की कुछ कविताएँ पढ़िए- =================================== अभिषेक पुष्करिणी     कच्ची अमिया और नगर के मिष्ठान्न गंडक से घड़ा भर जल भी छोटी सी डोंगी से जाह्नवी पार कर …

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गुरू सुआ जेइ पंथ देखावा: विजया सती

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व प्राध्यापिका डॉक्टर विजया सती आजकल शिक्षा जगत से जुड़े संस्मरण लिख रही हैं। यह उनके धारावाहिक संस्मरण की नई किस्त पढ़िए- =========================== हिन्दू कॉलेज में हरी-भरी घास हमेशा रंग-बिरंगे फूलों के साथ मुस्कुराती मिलती. कॉलेज के पिछले हिस्से में खेल का विशाल मैदान, …

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जनाब इश्क़ और ‘बिज़नेस’ कहीं पाबंदियों से रुके हैं ?

आज दीवाली की मुबारकबाद के साथ सुहैब अहमद फ़ारूक़ी का यह व्यंग्य- ============================== नोट: यह सिर्फ व्यंग्य है। इसे गंभीरता से और आधिकारिक तौर पर लेना प्रतिबंधित है। हज़रात! आप को और आपके अपनों को दीवाली की पुरख़ुलूस मुबारकबाद! जैसा कि आपको वाज़ेह है कि ख़ाकसार एक सरकारी नौकर है …

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यात्राओं का स्मरण : पृथ्वी गंधमयी तुम

वरिष्ठ लेखक-पत्रकार अनुराग चतुर्वेदी का यात्रा-संस्मरण प्रकाशित हुआ है ‘पृथ्वी गंधमयी तुम’। राधाकृष्ण प्रकाशन से प्रकाशित इस किताब पर युवा शोधार्थी नीरज की यह टिप्पणी पढ़िए- ====================== अंग्रेज़ी की साहित्यिक विधा ट्रैवलॉग (travelogue) के लिए हिंदी में अनेक पदों का प्रयोग किया जाता रहा है। यात्रा-वृत्तांत, यात्रा-आख्यान, यात्रा-वृत्त, यात्रा-संस्मरण आदि। …

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जी का था ख़याल तो काहे जी लगाया

सुहैब अहमद फ़ारूक़ी पेशे से पुलिस अधिकारी हैं मिज़ाज से शायर। लेकिन आज उनका यह चुटीला लेख पढ़िए- ======================= ‘जी का बुरा हाल है जब से जी लगाया तुझे जी में बसाया तेरे हो लिए जी का था ख़याल तो काहे जी लगाया मुझे जी में बसाया ए जी बोलिये …

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सीमा भारद्वाज की कहानी ‘चदरिया झीनी रे झीनी’

आज पढ़िए सीमा भारद्वाज की कहानी, ट्विटर पर जौनसी नाम से ट्विटर हैंडल चलाती हैं, जो शेर-शायरी के दीवानों के बीच बहुत लोकप्रिय है। आज उनकी एक छोटी सी कहानी पढ़िए- ==================== रेखा रामफूल, राजकुमारी शेरसिंह, प्रीति जयनारायण केंद्रीय कन्या विद्यालय की पाँचवी क्लास की क्लास टीचर मूर्ति मैडम नाम …

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किरण सिंह के कथा-संग्रह ‘यीशु की कीलें’ की समीक्षा

किरण सिंह के कहानी संग्रह ‘यीशु की कीलें’ की कहानियों को पढ़कर युवा कवि लेखक यतीश कुमार ने इतनी अच्छी काव्यात्मक समीक्षा की है कि किताब पढ़ने का मन हो आया। आप तब तक यह समीक्षा पढ़िए मैं ‘यीशु की कीलें’ ऑर्डर करने जा रहा हूँ- प्रभात रंजन ========================   …

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उजड़े हुए लोगों के उजड़ते रहने की दास्तान है ‘दातापीर’

अभी हाल में ही ‘कथाक्रम’ सम्मान की घोषणा हुई है। इस बार यह सम्मान हृषीकेश सुलभ को दिए जाने की घोषणा हुई है। उनके नए उपन्यास ‘दाता पीर’ पर यह टिप्पणी लिखी है युवा शोधार्थी महेश कुमार ने। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस उपन्यास की समीक्षा आप भी पढ़ सकते …

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