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Prabhat Ranjan

जिसने शायरी के फन में अदब को सम्भाल रक्खा है : राजेश रेड्डी

सौरव कुमार सिन्हा का एक लेख ‘लल्लनटॉप’ पर पढ़ा था जौन एलिया की शायरी पर. बहुत मुतास्सिर हुआ था. अब आप हिंदी के शायर राजेश रेड्डी की शायरी पर उनका यह लेख पढ़िए आप भी मुतास्सिर हो जायेंगे- मॉडरेटर  ====================== मुशायरे की रवायत सदियों पुरानी है।  पिछले दो दशकों में …

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पंकज दुबे की अंग्रेजी कहानी उपासना झा का हिंदी अनुवाद- एक आधा इश्क

पंकज दुबे न्यू एज लेखक हैं, हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखते हैं. वे संभवतः अकेले लेखक हैं जो स्वयं अंग्रेजी-हिंदी में एक साथ उपन्यास लिखते हैं. अब तक दो उपन्यास प्रकाशित हैं- लूजर कहीं का और इश्कियापा. समकालीन लोकप्रिय लेखकों में उनकी कामयाब पहचान है. हाल में ही …

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दिव्या विजय की कहानी ‘मन के भीतर एक समंदर रहता है’

दिव्या विजय ड्रैमैटिक्स में स्नातकोत्तर हैं. आठ साल बैंकॉक में बिताकर आई हैं. कुछ नाटकों में अभिनय कर चुकी हैं. आकाशवाणी में रेडियो नाटकों के लिए आवाज देती हैं. यह उनकी दूसरी प्रकाशित कहानी है. काफी अलग तरह की संवेदना और परिवेश की कहानी- मॉडरेटर  ===================================== रेत स्नान करते हुए …

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हेमिंग्वे की कहानी ‘आज शुक्रवार है’

जुलाई का महीना अर्नेस्ट हेमिंग्वे का महीना है. उस लेखक जो दुनिया के सबसे महान कथा-लेखकों में एक थे. आज उनकी यह कहानी ‘आज शुक्रवार है’, जो नाटकीय शैली में लिखी गई है और इसमें तीन रोमन सिपाहियों की बातचीत है जो ईसा मसीह को सूली पर लटकाकर लौटे हैं. …

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याद आई प्रेम के एक न भूले जाने वाले उपन्यास ‘द डेविल इन द फ्लेश’ की

ये जो कम उम्र का लड़का और बड़ी उम्र की लड़की के प्यार का फार्मूला है न वह इसी लेखक के उपन्यास से शुरू हुआ था. महज 20 साल की उम्र में फ्रेंच साहित्य में प्रेम का एक न भूला जाने वाला उपन्यास लिखकर मर जाने वाले इस लेखक का …

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उपासना झा की कहानी ‘ईद मुबारक’

आज ईद का मुबारक त्यौहार है. सेवैयाँ खाने के इस त्यौहार को मीठी ईद भी कहते हैं. यही दुआ है कि समाज में मीठापन आये, कडवाहट घुल जाए. आज जानकी पुल पर पढ़िए युवा लेखिका उपासना झा की कहानी ‘ईद मुबारक’. सबको ईद मुबारक- मॉडरेटर  ========================   ईद मुबारक —————— …

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हेमिंग्वे की कहानी ‘एक लेखिका लिखती है’

जुलाई का महीना हेमिंग्वे का महीना है. इसी महीने 21 तारीख को इस बेमिसाल लेखक का जन्म हुआ था और 2 जुलाई को उन्होंने आत्महत्या की थी. न कह कर कहने की अदा के इस लेखक की तरह कहानी लिख पाना आज भी बहुत मुश्किल है. उसकी तकनीक को ‘हिडेन …

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लोकनायक जयप्रकाश नारायण की कहानी ‘टॉमी पीर’

लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने कम से कम दो कहानियां लिखी थी. आजकल जिस तरह का माहौल है उसमें अचानक इस कहानी की याद आ गई- जानकी पुल. =============================================  शहर के बाहर एक मशहूर पीर का मकबरा है. जिस दिन पीर साहब समाधिस्थ हुए थे उस दिन से हर साल मेला लगता. हिंदू-मुसलमान, …

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सुधांशु फिरदौस की कुछ अप्रकाशित कविताएं

आजकल कवियों के लिए अभिव्यक्ति के इतने माध्यम हो गए हैं कि मेरे अनेक प्रिय कवि संयम खोकर रोज की वर्जिश की तरह कविता लिख रहे हैं और हास्यास्पद होते जा रहे हैं. ऐसे में सुधांशु फिरदौस का संयम प्रभावित करता है. संयम शब्दों को बरतने का उसका ढंग, मीर …

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विवेक निराला की कविताएं

कल विवेक निराला का जन्मदिन था. विवेक की कविताओं की चर्चा नहीं होती है. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि की चर्चा बहुत होती है. उनके नाम के साथ ऐसे कवि का नाम जुड़ा है जिनकी कभी हमने पूजा की  है. लेकिन विवेक की कविताओं की  रेंज बहुत बहुत है, उनकी संवेदना बहुत …

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