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Prabhat Ranjan

हिंदी की पहली एडल्ट किताब पर एक लेख

फ्रैंक हुज़ूर की किताब आई है ‘सोहो: जिस्म से रूह का सफ़र’. पोर्न इंडस्ट्री की हैरतनाक सच्चाइयों से रूबरू करवाती हिंदी में पहली किताब है. इसके आरम्भ में लिखा हुआ है ‘18 वर्ष से अधिक आयु के पाठकों के लिए.’ मेरे जानते यह घोषित रूप से हिंदी की पहली वयस्क किताब …

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गुलज़ार ने परंपरा और प्रयोग के मेल से एक नई परंपरा विकसित की

गुलज़ार साहब पर युवा लेखक प्रचंड प्रवीर का लिखा यह लेख बहुत पुराना है लेकिन गुलज़ार साहब के जादू की तरह ही इस लेख में कुछ बातें ऐसी हैं जो कभी पुरानी नहीं पड़ेंगी- ============================================   सभी सभ्यताओं में पूजन की दो तरह की परिपाटी होती है। पहली – अपने …

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शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य की पत्रिका ‘स्वर मुद्रा’

रज़ा फाउंडेशन की नई पत्रिका है ‘स्वर मुद्रा’, जो शास्त्रीय संगीत और नृत्य की वैचारिकी को समर्पित है. अशोक वाजपेयी न जाने कब से यह लिख रहे हैं कि शास्त्रीय कलाओं एवं साहित्य के बीच आदान-प्रदान होना चाहिए. यह पत्रिका उनके उसी स्वप्न का साकार रूप कहा जा सकता है. …

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रणेन्द्र का नया उपन्यास ‘गायब होता देश’

‘ग्लोबल गाँव का देवता’ उपन्यास लिखकर चर्चा में आये रणेन्द्र का नया उपन्यास आ रहा है ‘गायब होता देश’, उपन्यास इसी महीने पेंगुइन से प्रकाशित हो रहा है. इस उपन्यास की पहली झलक पेश कर रहे हैं रत्नेश विश्वकसेन– जानकी पुल.  =========================== जिस दौर में हम जी रहे है दरअसल हमारी …

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जनवादी लेखक संघ की लेखकों-कलाकारों से अपील

जनवादी लेखक संघ की ओर से लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लेखकों-कलाकारों से अपील जारी की गई है जिसमें भाजपानीत एनडीए के खिलाफ मतदान करने का आह्वान किया है ताकि भारत की जनतांत्रिक परंपरा बनी रहे. आइये इस मुहिम में अपना योगदान करें- जानकी पुल. ====================================================== इस चुनाव में एक ऐसी …

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जे. स्वामीनाथन की कविताओं पर समकालीन चित्रकार अखिलेश का लेख

कल हमने महान चित्रकार जे. स्वामीनाथन की कवितायेँ पढ़ी थी. यह वादा किया था कि उनकी कविताओं पर समकालीन चित्रकला के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर अखिलेश का लेख हम आपके पढने के लिए प्रस्तुत करेंगे. यह बड़ा दुर्लभ संयोग है कि एक बड़े ‘रंगबाज’ की कविताओं पर एक समकालीन ‘रंगबाज'(चित्रकार के …

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महान चित्रकार जे. स्वामीनाथन की कविताएं

मशहूर चित्रकार जे. स्वामीनाथन ने हिंदी में सात कविताएं लिखी थी. महज इन सात कविताओं की बदौलत उनका हिंदी कविता में अपना मुकाम बनना चाहिए. नहीं बना तो यह हमारे साहित्यिक समाज की कृपणता है. यहाँ प्रस्तुत है उनकी सातों कविताएं. इनको प्रस्तुत करने का विशेष प्रयोजन यह है कि …

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लाल सिंह दिल की कविताएं

लाल सिंह दिल पंजाबी कविता का एक अलग और जरूरी मुकाम है. अपने जीवन में खेत मजदूरी से लेकर चाय का ठीया चलाने तक के अनेक काम करते हुए वे समाज के हाशिये के जीवन से करीबी से जुड़े रहे. उन्होंने अपने जीवन के कडवे अनुभवों को पूरी दुनिया के …

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मधु किश्वर के नरेन्द्र मोदी

संभवतः आम चुनावों से पहले यह नरेन्द्र मोदी पर आखिरी पुस्तक हो. मैं मधु पूर्णिमा किश्वर की पुस्तक ‘मोदी, मुस्लिम एंड मीडिया: वॉयसेज फ्रॉम नरेन्द्र मोदीज गुजरात’ की बात कर रहा हूँ. 2 अप्रैल को दोपहर राम जेठमलानी के आवास 2 अकबर रोड पर इसका लोकार्पण हुआ. इस हाई प्रोफाइल …

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पाट गंगा का तट गंगा का और ये घाट किसके हैं ?

वरिष्ठ कवि निलय उपाध्याय अभी हाल में ही गंगा की साइकिल यात्रा पूरी कर मुंबई लौटे हैं. इधर बनारस का माहौल गरमा गया है. गंगा के घाटों पर पानी में उफान आ रहा है. बनारस को लेकर उनकी कुछ ताजा कविताएँ इसी बदलते माहौल, इन्हों हलचलों को कैद करने की …

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