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Prabhat Ranjan

मैं औरत हूँ एक जिसके दिल में समय थम सा गया है

निजार कब्बानी की कुछ कविताओं के बहुत आत्मीय अनुवाद कवयित्री-कथाकार अपर्णा मनोज ने किये हैं. कुछ चुने हुए अनुवाद आपके लिए- मॉडरेटर. =============================  निज़ार को पढ़ना केवल डैमस्कस को पढना नहीं है या एक देश की त्रासदी को पढना भी  नहीं -यह हर अकेले व्यक्ति की मुक्ति की जिजीविषा का …

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तू परिधि से नहीं परिधि तुझसे है

हाल में ही युवा कवयित्री सुधा उपाध्याय का कविता संग्रह राधाकृष्ण प्रकाशन से आया है- ‘इसलिए कहूँगी मैं‘. उसी संग्रह से कुछ चुनी हुई कविताएँ- मॉडरेटर.==============================                                            मैं हूं, मैं हूं, …

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‘काबुलीवाले की बंगाली बीवी’ का एक अंश

सुष्मिता बनर्जी ने अपने आत्मकथात्मक उपन्यासों में जिनका भय दिखाया था अंततः उनके ही हाथों मारी गई. सुष्मिता बंद्योपाध्याय(बनर्जी) के उपन्यास ‘काबुलीवाले की बंगाली बीवी’ का एक मार्मिक अंश उनके अपने बयान के साथ, उस बहादुर लेखिका को श्रद्धांजलि स्वरुप- जानकी पुल. ============================================ दो शब्द किसी विशेष धर्म, धार्मिक व्यक्ति …

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जीवकांत जी की कविताओं में छंद नहीं था, मिट्टी की लय थी

मैथिली भाषा के प्रसिद्ध कवि, कथाकार, आलोचक जीवकांत जी का निधन हो गया. सहज भाषा के इस महान लेखक को अविनाश दास ने बहुत आत्मीयता के साथ याद किया है अपने इस जीवन से भरे लेख में. उनके लेख के साथ जीवकांत जी की स्मृति को प्रणाम- मॉडरेटर. ============== पिछले …

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फ्रैंक हुजूर और ‘सोहो: जिस्‍म से रूह का सफ़र’

फ्रैंक हुजूर ने कुछ साल पहले भारतीय उप-महाद्वीप के महानतम क्रिकेट खिलाडियों में से एक इमरान खान की जीवनी अंग्रेजी में लिखी थी और उसकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई थी. इस बार वे ‘सोहो: जिस्‍म से रूह का सफ़र’ के साथ आये हैं जो सेन्ट्रल लन्दन के सेक्स स्टूडियोज और …

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‘कसप’ प्रेम की क्रांतिकारी भूमिका की असफलता की कथा है

युवा कवि-संपादक-आलोचक गिरिराज किराडू ने मनोहर श्याम जोशी की 80 वीं जयंती के अवसर पर उनके उपन्यास पर गहरी सूझ भरा यह लेख लिखा है. हमारे आग्रह पर गिरिराज जोशी जी के उपन्यासों पर कुछ और लेख भी लिखेंगे. लेखक के आग्रह पर तस्वीर के साथ जीन सिम्मंस की तस्वीर ही …

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प्रेमचंद कम्युनिस्ट उसूलों की बात नहीं कर रहे थे

आज ‘जनसत्ता’ में वरिष्ठ पत्रकार, http://www.hindisamay.com के संपादक राजकिशोर का लेख छपा है ‘प्रेमचंद के मित्र’. पढ़ा आपने?  राजकिशोर जब लिखते हैं बहसतलब लिखते हैं- जानकी पुल.  ======================================================   मैं समझता था कि प्रेमचंद इतने अच्छे लेखक हैं कि उन पर बहस नहीं हो सकती। वे हिंदी कथा साहित्य के मनु हैं। …

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मैं चिर प्रेमी शैलेन्द्र और मेरी प्रेयसि हिंदी जनता

कुछ समय पहले गीतकार शैलेन्द्र की कविताओं का संचयन प्रकाशित हुआ ‘अन्दर की आग’. शंकर शैलेन्द्र के नाम से प्रतिबद्ध कविता लिखने वाले इस कवि को ख्याति मिली गीतकार शैलेन्द्र के रूप में. इन कविताओं के माध्यम से एक और शैलेन्द्र से परिचय होता है. इस पुस्तक के सम्पादन और …

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महात्मा गाँधी जिन किताबों को पढ़ते थे

महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की वेबसाईट ‘हिंदी समय’ पर तेजी ईशा ने उन पुस्तकों की सूची प्रस्तुत की है जो महात्मा गाँधी पढ़ा करते थे. हमने सोचा अपने पाठकों से भी साझा कर लें- मॉडरेटर. =============== Abott, Lyman: What Christianity Means To Me: A Spiritual Autobiography Advice To A …

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हिन्दी होमियोपैथी की तरह गरीब और बेसहारा लोगों के लिये है!

हम अक्सर बड़े लेखकों से बातचीत करते हैं, पढ़ते हैं. लेकिन आज हम प्रस्तुत कर रहे हैं बातचीत एक युवा लेखक प्रचंड प्रवीर से, जो भूतनाथ के नाम से भी लेखन करते रहे हैं. आईआईटी दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके जिसने लेखन को चुना, हिंदी में लेखन को. उसका …

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