युवा लेखक नवीन चौधरी का दूसरा उपन्यास एक लम्बे इंतजार के बाद आया है। उनका पहला उपन्यास ‘जनता स्टोर’ एक रोमांचक पोलिटिकल थ्रिलर था। दूसरे उपन्यास ‘ढाई चाल’ से भी उसी रोमांच की उम्मीद है। उपन्यास राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित हुआ है। फ़िलहाल आप अंश पढ़िए- ==================== सीमा और …
Read More »‘अफ़ग़ानिस्तान से ‘खत-ओ-खिताबत’ का एक अंश
राकेश तिवारी का यह दूसरा यात्रा वृत्तांत है- ‘अफ़ग़ानिस्तान से ‘खत-ओ-खिताबत’। राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित इस किताब का अंश पढ़िए- ========================= उत्तर दिशा में शहर से ऊपर उठते पहाड़ों के पीछे बैकग्राउंड पर छाया बर्फ़ीला दमवंद पहाड़। दोनों बगल सतर दरख़्तों की क़तारों वाली चौड़ी सड़कों के फूल-पौधों वाले …
Read More »स्त्रीवाद और आलोचना का संबंध
स्त्री विमर्श पर युवा लेखिका सुजाता की एक ज़रूरी किताब आई है ‘आलोचना का स्त्री पक्ष’। इस किताब की समीक्षा लिखी है दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी महेश कुमार ने। पुस्तक का प्रकाशन राजकमल प्रकाशन ने किया है- =================================== ‘आलोचना का स्त्री पक्ष’ सुजाता जी द्वारा लिखित हिंदी आलोचना …
Read More »कविता दुःखों के साथ कि गयी सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है: रवित यादव
दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ फ़ैकल्टी के छात्र रवित यादव की कुछ नई कविताएँ पढ़िए। गद्य-पद्य कविता में कुछ नए प्रयोग हैं- ======================== 1-कविता, दुःखों के साथ कि गयी सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है। ……….…….. कोई ऐसी कविता ढूँढ रहा हूँ जो यह बता सके कि कौन से दुःखों को …
Read More »प्रमोद द्विवेदी की कहानी ‘मुलतानी काफी के उस्ताद’
आज पढ़िए हरफ़नमौला लेखक प्रमोद द्विवेदी की बेजोड़ रसदार कहानी- ====================================== यह कहानी उस्ताद की मौत से ही शुरू होती है। दरअसल सुबह से ही बैगपाइपर ने भौंकना शुरू कर दिया था। वह उस खिड़की के पास ही बैठकर भौंक रहा था, जहां से उस्ताद की मुलतानी काफी का …
Read More »प्रवीण झा की कहानी ‘कॉड फ़िश’
प्रवीण झा अनेक विधाओं में लिखते हैं और क्या खूब लिखते हैं। बहुत दिनों बाद उन्होंने एक कहानी लिखी है, एक अलग मिज़ाज की कहानी। आप भी पढ़िए- ======================== समंदर के किनारे सूखती सैकड़ों कॉड मछलियाँ। वहीं तट से लगा एक पुराना जहाज, जो अब शराबखाने में तब्दील हो चुका …
Read More »कविता सरहदों के पार, हक़ीक़त के बीच दरार और कुछ बेतरतीब विचार: ली मिन युंग
ताइवान के वरिष्ठ कवि एवं आलोचक ली मिन-युंग की कविताओं के हिंदी अनुवाद का संकलन ‘हक़ीक़त के बीच दरार’ जुलाई में पाठकों तक पहुंचा, जिसका अनुवाद युवा कवि देवेश पथ सारिया ने किया है। साहित्यिक संस्कृति की इस साझेदारी के अनुभव को ली मिन-युंग ने इस लेख के माध्यम से …
Read More »राज्यवर्धन की कविताएँ
आज पढ़िए वरिष्ठ कवि राज्यवर्धन की कविताएँ। प्रचार-प्रसार से दूर रहने वाले इस कवि की कविताएँ पढ़िए- ================================= (1) आठवाँ घोड़ा ———————- सूरज का कोई भी घोड़ा लोक के पक्ष में नहीं है सातवाँ घोड़ा भी नहीं घोड़साल के घोड़े जुते हैं रथ में निकाल दी गई …
Read More »मृत्यु कथा की उत्तर कथा: द डेथ स्क्रिप्ट’ की समीक्षा
प्रसिद्ध पत्रकार-लेखक आशुतोष भारद्वाज ने बस्तर पर अंग्रेज़ी में किताब लिखी है ‘द डेथ स्क्रिप्ट’, जो बस्तर पर लिखी एक बेहतरीन किताब है। हार्पर कोलिंस से प्रकाशित इस किताब की समीक्षा लिखी है दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय, गया के छात्र महेश कुमार ने। महेश कुमार वहाँ से हिंदी में एमए …
Read More »कमला दास की कहानी ‘उण्णि’ हिंदी अनुवाद में
अनामिका अनु जानी-मानी युवा कवयित्री हैं। उनको अपनी कविता के लिए भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार मिल चुका है। वह अच्छी अनुवादिका भी हैं। अंग्रेज़ी और मलयालम से हिंदी अनुवाद करती हैं। आज उनके अनुवाद में पढ़िए कमला दास की कहानी, जिसका अनुवाद उन्होंने अंग्रेज़ी से किया है- ================================= खड़ी दुपहरिया …
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