प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे आजकल बच्चों को न सुनाने लायक बालकथाएँ लिख रही हैं। यह पाँचवीं कड़ी है। इस बार उन्होंने गुणाढ्य और उनके कथाओं के चिरंतन कोष, बृहत्कथासरित्सागर की बाबत पर जो किंवदंतियाँ हैं, उनको कथा में ढाला है। एक ऐसा राजा जो झोपड़ी में पैदा हुआ पर चौदह …
Read More »भोपाल क्यों याद करे काॅमेडियन जगदीप को?
प्रसिद्ध अभिनेता जगदीप के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए यह लेख लिखा है अजय बोकिल ने। वे ‘सुबह सवेरे’ अख़बार के वरिष्ठ संपादक हैं- ======================== कोई फिल्मी या मंचीय किरदार जब जिंदगी की हकीकत से एकाकार हो जाए तो समझिए कि उस कलाकार ने समय पर अपने हस्ताक्षर कर दिए …
Read More »हिंद पॉकेट बुक्स से प्रकाशित होगी प्रियंवद की भारतीय जनतंत्र पर लिखी किताब
हिंद पॉकेट बुक्स, पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया के हिंदी इम्प्रिंट ने सम्मानित लेखक और कथाकार प्रियंवद की नई किताब प्रकाशित करने का अनुबंध किया है। ‘भारतीय लोकतंत्र का कोरस: कुछ बिसरी बिखरी ध्वनियाँ’ के नाम से आनेवाली यह किताब 2021 में प्रकाशित की जाएगी। यह किताब मुख्यत: आज़ादी के बाद …
Read More »कविता शुक्रवार 4: प्रयाग शुक्ल की दस कविताएँ
कविता शुक्रवार के इस अंक में प्रयाग शुक्ल की कविताएं और हेमंत राव के चित्र प्रस्तुत हैं। कवि, कथाकार, निबंधकार, कला समीक्षक और अनुवादक प्रयाग शुक्ल का जन्म 1940 में कोलकाता में हुआ था। उनके ‘यह जो हरा है’, ‘इस पृष्ठ पर’, ‘सुनयना …
Read More »पूर्वोत्तर अब पराया नहीं रह गया
उमेश पंत युवा लेखक हैं और इसी साल इनकी यात्रा-पुस्तक आई ‘दूर दुर्गम दुरुस्त‘, जो पूर्वोत्तर यात्रा अनुभवों से उपजी पुस्तक है। हिंदी में पूर्वोत्तर को लेकर कम पुस्तकें लिखी गई हैं यह किताब उस कमी को दूर करने वाली है। राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित इस पुस्तक का एक …
Read More »कोरोना की चुनौती एवं अवसर
दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा भूमिका सोनी एक बहुराष्ट्रीय बैंक में काम करती हैं। लॉकडाउन के दौरान कामकाज के अनुभव किस प्रकार के हैं, युवा किस तरह से सोच रहा है इसके ऊपर उन्होंने एक अच्छा लेख लिखा है- आप भी पढ़िए- ======================================== कोरोना पूरे विश्व में फैल चुका है। …
Read More »पंकज कौरव की कहानी ‘स्वप्नलोक’
पंकज कौरव ऐसे लेखक हैं जो बहुत अलग अलग तरह के विषयों पर साहस के साथ लिखे हैं और अच्छा लिखते हैं। यह कहानी स्वप्न-यथार्थ, लोक-परलोक के ताने बाने से लिखी गई एक बेजोड़ मौलिक कहानी है। पढ़कर बताइएगा- ====================== उन दिनों सपने सहज ही आ जाया करते थे। कभी …
Read More »अकीरा कुरोसावा की आत्मकथा का एक अंश
महान फिल्मकार अकीरा कुरोसावा ने अपनी आत्मकथा ‘समथिंग लाइक एन ऑटोबायोग्राफी’ में अपने आरंभिक जीवन के बारे में लिखा है, अपने सिनेमाई अनुभवों-विचारों को भी रखा है. उसी के एक छोटे-से अंश का अनुवाद- जानकी पुल. ==================== मुझे लगता है कि आत्मकथा जैसा कुछ लिखने का विचार मुझे फ्रेंच फिल्म-निर्देशक ज्यां रेने की आत्मकथा पढते …
Read More »युवा लेखक अमित गुप्ता की कहानी ‘अमावस’
कल पूर्णिमा थी। आज युवा लेखक अमित गुप्ता की कहानी अमावस पढ़िए- ================ अमावस की रात थी और मैं काफ़ी देर तक खिड़की की देहरी पर बैठा बारिश देख रहा था, रह-रहकर सामने नीम के पेड़ से उल्लू की बोली सुनायी पड़ रही थी। जैसे ही बारिश तेज़ होती, सामने …
Read More »असग़र वजाहत के कुछ क़िस्से
असग़र वजाहत बड़े किस्सागो हैं। आज वे 75 साल के हो गए। जानकी पुल की तरफ़ से उनको बधाई देते हुए उनके कुछ क़िस्से पढ़ते हैं, जो उनकी पुस्तक ‘भीड़तंत्र’ से लिए गए हैं। यह पुस्तक राजपाल एंड संज से प्रकाशित हैं- ========== खतरा एक देश की सीमाओं पर बड़ा …
Read More »