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Prabhat Ranjan

आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स बनाम लेखन का भविष्य

दो दिन पहले हंस द्वारा आयोजित साहित्योत्सव में रचनात्मकता और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की चुनौतियाँ विषय पर अच्छी चर्चा हुई। आज इसी विषय पर चंद्र कुमार का लेख पढ़िए। चंद्र कुमार ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयार्क से पढ़ाई की। वे आजकल एक निजी साफ्टवेयर कंपनी में निदेशक है लेकिन उनका पहला प्यार …

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हाथी की देह पर खड़िया की धारियों सी रेवा!

हिन्दी की वरिष्ठ लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ का यह वृत्तांत पढ़िए। रेवा नदी को लेकर लिखा है और खूब सारे पाठ संदर्भों के साथ। बहुत रोचक और बहुत गहराई के साथ लिखा गया यह गद्यांश पढ़कर पानी राय दीजिये- ====================== ‘स्थित्वा तस्मिन् वनचरवधूभुक्तकुंजे मुहूर्तम तोयोत्सर्गाद्द्रुततरगतिस्तत्परं वर्त्म तीर्ण: । रेवां द्रक्ष्यस्युपलविषमे  विंध्यपादे …

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निर्मल वर्मा: प्रेमचंद की उपस्थिति के बहाने अनुपस्थिति ढूंढने की कवायद

युवा लेखक उमाशंकर चौधरी का यह विस्तृत लेख प्रेमचंद की परंपरा और उसको लेकर चली बहसों को समेटता हुआ एक गहन वैचारिक लेख है जो बहस की माँग करता है। आप भी पढ़ सकते हैं- ========================== प्रेमचंद की उपस्थिति (निर्मल वर्मा से शीर्षक उधार लेते हुए उनके साथ प्रत्युत्तर जैसा …

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     ज़िंदगी की व्यापकता से राब्ता: इन्तज़ार में ‘आ’ की मात्रा

युवा कवि नवीन रांगियाल के कविता संग्रह ‘इंतज़ार में ‘आ’ की मात्रा’ की विस्तृत समीक्षा की है युवा शोधार्थी अनु रंजनी  ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ===================         “इन्तज़ार में ‘आ’ की मात्रा” नवीन रांगियाल का पहला काव्य-संग्रह है। इनकी कविताएँ तीन श्रेणियों में विभाजित हैं – ‘प्रेम’ , …

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कंडोम और समलैंगिकता से आविष्‍ट आर्यपुत्र

वरिष्ठ कवि अष्टभुजा शुक्ल की कविताओं को पढकर यह लेख लिखा है युवा लेखक प्रमोद रंजन ने। प्रमोद रंजन की दिलचस्पी सबाल्टर्न अध्ययन और तकनीक के समाजशास्त्र में है। संप्रति, असम विश्वविद्यालय के रवीन्द्रनाथ टैगोर स्कूल ऑफ़ लैंग्वेज एंड कल्चरल स्टडीज़ में सहायक प्रोफ़ेसर हैं-  =========================   अष्टभुजा शुक्ल की …

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युवा कवि रवित यादव की गद्य कविताएँ

युवा कवि रवित यादव की कुछ गद्य कविताएँ पढ़िए। वे पेशे से वकील हैं और संवेदनशील कवि, जिनका अपना मुहावरा है और कविता की अपनी ठोस ज़मीन। आज अरसे बाद उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए- ================== 1— न्यायप्रिय वहाँ उसके पास अपना एक कमरा था जो धीरे-धीरे खुद को खाली कर …

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आउशवित्ज़- एक प्रेम कथा: प्रेम कथाओं की धारा

गरिमा श्रीवास्तव के चर्चित उपन्यास ‘आउशवित्ज़- एक प्रेम कथा‘ पर पढ़िए कवि-समीक्षक यतीश कुमार की यह विस्तृत टिप्पणी। युद्ध के इस दौर में प्रेम के आख्यान पर यतीश कुमार ने खूब लिखा है। उपन्यास का प्रकाशन वाणी प्रकाशन से हुआ है- ================== दूसरों को सँभालने से मुश्किल होता है ख़ुद …

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अनुराग अन्वेषी की कविताएँ

लेखक-पत्रकार अनुराग अन्वेषी से हमारा परिचय अनेक रूपों में है इसलिए उनका कवि रूप कुछ पीछे चला जाता है। जबकि वे समर्थ कवि हैं, उनके यहाँ हर तरह की कविताएँ हैं- मुखर भी और मौन भी। अभी हाल में उनका कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘चिड़िया का है बहेलिये से …

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विपाशा का कविता अंक: हिमाचल के साहित्यिक इतिहास की झलक

  हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग की पत्रिका विपाशा का ताजा अंक  (अप्रैल – अगस्त 2022) हिमाचल की हिंदी कविता पर केंद्रित है। अजेय द्वारा संपादित इस अंक को पढ़कर उसके ऊपर टिप्पणी की है युवा लेखक प्रमोद रंजन ने। आप भी पढ़ सकते हैं-  ====================== हिमाचल प्रदेश …

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सपना भट्ट की कुछ नई कविताएँ

आज पढ़िए सपना भट्ट की कविताएँ। उनकी कविताओं का अपना विशिष्ट स्वर समकालीन कविता में बहुत अलग है। आप भी पढ़िए उनकी कुछ नई कविताएँ- ============== 1 यहीं तो था! अज्ञात कूट संकेतों के अप्रचलित उच्चारणों में गूँजता तुम्हारी मौलिक हँसी का मन्द्र अनुनाद यहीं रखे थे प्रागैतिहासिक अविष्कारों से …

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