मेरी कथा कसौटी: रत्नेश्वर

हिंदी में साइंस फ़िक्शन की विधा को लोकप्रिय बनाने वाले लेखक रत्नेश्वर ने अपने लेखन की कसौटी, रचना प्रक्रिया के बारे में लिखा है। आप भी पढ़ सकते हैं- ======================== एक उपन्यासकार-कथाकार के रूप में मैंने स्वयं के लिए कुछ कसौटी तय कर रखी है. स्वलेखन में मैं कथा को …

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धीरेंद्र अस्थाना की आत्मकथा पर यतीश कुमार की टिप्पणी

प्रसिद्ध लेखक धीरेंद्र अस्थाना की आत्मकथा को आए कई साल हुए लेकिन अभी उसकी चर्चा मंद नहीं पड़ी है। आज कवि-समीक्षक यतीश कुमार ने राजकमल से प्रकाशित उनकी आत्मकथा ‘ज़िंदगी का क्या किया’ पर यह टिप्पणी लिखी है। और हाँ, यतीश कुमार काव्यात्मक समीक्षाएँ ही नहीं गद्य भी अच्छा लिखते …

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‘रूदादे-सफ़र’ उपन्यास जीवन-सबंधों का मानक है

पंकज सुबीर का उपन्यास ‘रुदादे सफ़र’ जब से प्रकाशित हुआ है लगातार चर्चा में है। आज पढ़िए इस उपन्यास पर लेखिका लक्ष्मी शर्मा की टिप्पणी- ===================================== हमारे समय के महत्त्वपूर्ण लेखक पंकज सुबीर के नए उपन्यास ‘रूदादे-सफ़र’ को हाथ में लेकर पृष्ठ पलटने से पहले ही आवरण पर Erzebet S की पेंटिंग ‘father with daughter’ के …

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ओएमजी-2: संवेदनशील मुद्दा रोचक फ़िल्म

फ़िल्म ओएमजी-2 पर यह टिप्पणी पढ़िए। लिखी है निवेदिता सिंह ने– =================== Covid-19 ने बहुत कुछ बदला हमारी ज़िंदगी में। covid से पहले पसंदीदा फ़िल्में रिलीज होने का इंतजार किया करती थी और फर्स्ट डे फर्स्ट शो की बजाय सेकंड डे सेकंड शो देख आती थी। फ़िल्म देखने के लिए …

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माधुरी की कहानी ‘लक ये है कि काफ़ी बैडलक है!’

आज पढ़िए युवा लेखिका माधुरी की कहानी। लॉकडाउन, टिक टॉक आदि संदर्भों के साथ कहानी बहुत रोचक बन पड़ी है। आप भी पढ़ सकते हैं- ====================== कानों से सुनी सुनाई बातें न होतीं तो उन्हें आँखों से देखने की इच्छा कहाँ से आती भला? कान ही हैं जो सुनने के …

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वरिष्ठ लेखक जयशंकर की डायरी के अंश

जब कोई पढ़ा लिखा लेखक डायरी लिखता है तो पढ़ने में बहुत अच्छा लगता है। जैसे वरिष्ठ लेखक जयशंकर की डायरी के ये अंश- ============================ इबारतें (जनवरी – सितम्बर 2015) -१- इन सर्दियों में ‘रूपा’ से आये  ‘महाभारत’ के रमेश मेनन के अनुवाद के दोनों खंडों को पढ़कर समाप्त किया …

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जयंती रंगनाथन की कहानी ‘चौथा मुसाफिर’

आज पढ़िए चर्चित लेखिका संपादक जयंती रंगनाथन की कहानी ‘चौथा मुसाफ़िर’, जो ममता कालिया द्वारा संपादित ‘वर्तमान साहित्य’ के अंक में प्रकाशित हुआ है। जिन लोगों ने उस अंक में नहीं पढ़ा वे यहाँ पढ़ सकते हैं- ======================= उस रात में कोई तो बात थी। तूफानी, बर्फीली, अजूबी और अकेली… वो …

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उज़्मा कलाम की कहानी ‘काली बिल्लियों के साये में चटोरी चुड़ैल’

उदयपुर में रमा मेहता ट्रस्ट द्वारा आयोजित कहानी लेखन कार्यशाला में युवा लेखिका उज़्मा कलाम ने यह कहानी सुनाई थी। कहानी अच्छी लगी तो आपसे साझा कर रहा हूँ- ==================== 1. बानो अप्पी के घर से निकलकर हम ऐसे भागे, जैसे एक छलांग में पूरी दूरी पार कर लेना चाहते …

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कस्तुरिका मिश्र की कविताएँ

  आज पढ़िए कस्तुरिका मिश्र की कविताएँ। उनकी कला के अलग अलग रूपों से हम वाक़िफ़ रहे हैं। आज कविताएँ पढ़िए- ================ उसके और मेरे जीवन में एक समान गति हैं! उसका बोझा पीठ पर हैं और मेरा दिमाग पर, अपने अपने बोझे को ढोने की ताकत हमने माँ से …

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प्रमोद द्विवेदी की कहानी ‘कमोड’

प्रमोद द्विवेदी बहुत रोचक विषयों पर पठनीय कहानियाँ लिखते हैं। यह उनकी नई कहानी है। आप भी पढ़ सकते हैं- ======================== साहेब चार माह से कष्टशैय्या पर थे। सब कुछ बिछौने पर निपट रहा था। पड़े-पड़े ही एक  दिन उन्होंने वकील मुन्नालाल जांगिड़ को बुलवा कर बाहोश वसीयत लिखवा दी। …

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