गद्य की गहन ऐंद्रिकता में किसी इंटीमेट पेंटिंग की तरह डूबी कृति

इस साल जिस उपन्यास ने अपनी भाषा, अपनी कहन से मुझे बेहद प्रभावित किया वह सारंग उपाध्याय का उपन्यास ‘सलाम बॉम्बे व्हाया वर्सोवा डोंगरी’ है। क्यों प्रभावित किया डॉ शोभा जैन ने अपनी समीक्षा में तक़रीबन वही बातें लिखी हैं जो मैं सोच रहा था। आपने उपन्यास न पढ़ा हो …

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रोमांस की केमिस्ट्री मर्डर की मिस्ट्री: मेरी क्रिसमस

इस बार पंद्रह जनवरी को मैं श्रीराम राघवन की फ़िल्म ‘मेरी क्रिसमस’ देखने गया था। थ्रिलर विधा के मास्टर हैं। उनकी फ़िल्में ‘जॉनी गद्दार’ और ‘अंधाधुन’ बहुत पसंद आई थीं। यह फ़िल्म भी बहुत अच्छी लगी। ख़ासकर ऐसा क्लाइमेक्स तो सोचा भी नहीं था। लेकिन हॉल में इस फ़िल्म को …

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श्रमसाध्य शोधपरक विश्लेषण और पुनर्पाठ का ठाठ

मेरी अपनी नज़र में हितेन्द्र पटेल की किताब ‘आधुनिक भारत का ऐतिहासिक यथार्थ’ पिछले एक दशक में प्रकाशित हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ आलोचना पुस्तक है। यह अतिशयोक्ति लग सकती है लेकिन हिन्दी उपन्यासों के माध्यम से उस ऐतिहासिक परिदृश्य का खाका तैयार करना बहुत मेहनत की माँग करता है और स्पष्ट …

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आत्मा की आवाज़ का कवि अशोक वाजपेयी

आज वरिष्ठ कवि, चिंतक, संस्कृतकर्मी अशोक वाजपेयी का जन्मदिन है। जानकी पुल उनके शतायु होने की कामना करता है। इस अवसर पर पढ़िए युवा लेखिका रश्मि भारद्वाज की यह टिप्पणी- ============== ‘मुझे किसी ने बताया नहीं था कि कवि होने के लिए क्या-क्या होना न होना पड़ता है!’ अपना समय …

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राशिद ख़ान कल और आज के बीच की मज़बूत कड़ी थे

प्रसिद्ध गायक राशिद ख़ान के निधन के बाद उनकी कला को याद करते हुए यह लेख लिखा है जाने माने युवा लेखक प्रवीण कुमार झा ने। पेशे से चिकित्सक और नॉर्वे प्रवासी प्रवीण कुमार झा ने अन्य किताबों के अलावा शास्त्रीय संगीत पर एक शानदार किताब लिखी है ‘वाह उस्ताद’। …

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‘अन्नापूर्णी’ फ़िल्म में ऐसा क्या है?

तमिल फ़िल्म ‘अन्नापूर्णी’ को सिनेमाघरों से हटा दिया गया, नेटफ़्लिक्स से हटा दिया गया। आख़िर क्या है इस फ़िल्म में? प्रज्ञा मिश्रा ने इसी पर लिखा है- ================================ तमिल फिल्म है “अन्नापूर्णी ” जो बीते एक दिसंबर को सिनेमा घरों में रिलीज हुई और चुपचाप उतर भी गयी और फिर २९ दिसंबर …

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कोई निंदौ कोई बिंदौ: माधव हाड़ा

मीरांबाई के जीवन और तत्कालीन समाज पर माधव हाड़ा की किताब पचरंग चोला पहर सखी री का दूसरा संस्करण आया है। इस किताब का पहले अंग्रेज़ी में अनुवाद भी हो चुका है। यह किताब निस्संदेह मीरांबाई को समझने की एक नई दृष्टि देती है। बहरहाल, वाणी प्रकाशन से प्रकाशित किताब …

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अजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’

आज पढ़िए हिन्दी के जाने माने लेखक अजय नावरिया की कहानी ‘यस सर’। अभी इस कहानी पर एक शॉर्ट फिल्म भी बनी। एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में इस फिल्म को शामिल किया गया। एक सम्मान भी मिला। आप कहानी पढ़िए- ========================           ‘तिवारी, पानी …

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टिकुली डोगरा की कविताएँ हिन्दी अनुवाद में

पढ़िए टिकुली डोगरा की कविताएँ। टिकुली मूलतः अंग्रेज़ी की कवि और कथाकार हैं। उनकी कई रचनाएँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों में प्रकाशित हुई हैं।  अंग्रेज़ी में उनके तीन कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं तथा लेखन के लिए उन्हें कई सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। टिकुली एक चित्रकार, …

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होगा कोई ऐसा जो ग़ालिब को न जाने

आज ग़ालिब को याद करने का दिन है। युवा शोधार्थी अनु रंजनी अपने विद्यार्थी दिनों से जोड़कर ग़ालिब को याद किया है। आप भी पढ़ सकते हैं- ==============================           ‘ग़ालिब आप को क्यों पसंद हैं?’ यह सवाल जब बीए में पूछा गया था तब दिमाग़ नंबर ज़्यादा कैसे आएगा इस …

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