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कथा-कहानी

बाघ, बंदर और दढ़ियल खाडू(मेढे) की कथा: मृणाल पाण्डे

प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे  बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथायें लिख रही हैं, हर कथा में एक सीख होती है, कोई सूझ, जो राज-समाज के बारे में हमें कुछ बता जाती है सिखा जाती है। यह 24 वीं कथा है। आप भी पढ़िए- ================================== (गढवाल की यह लोककथा मूल …

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प्रेम की ड्योढी का संतरी: मृणाल पाण्डे

बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथाएँ सीरिज़ की यह 23 वीं कथा है। लव-जिहाद के शोर के इन दिनों में प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे ने इस बार लोक की एक प्रेम कहानी उठाई है और उसकी हूक का बयान किया है। आप भी पढ़िए- ================================== (हिंदी में बेहतरीन प्रेमकथायें …

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सदेई और सदेऊ की कथा: मृणाल पाण्डे

प्रसिद्ध लेखिका-संपादिका मृणाल पाण्डे की बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथाएँ  का यह 22 वाँ खंड है। इस बार गढ़वाल की मूल लोककथा को आधार बनाकर उन्होंने एक शानदार कथा रची है। भाषा, परिवेश, संदेश सब लिहाज़ से एक ऐसी कथा है जिसे आप बार बार पढ़ना चाहें- =================================== …

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प्रवीण कुमार झा की कहानी ‘अहुना मटन’

 प्रवीण कुमार झा की यह कहानी पढ़िए। चंपारण के अहुना मटन के बहाने एक ग्लोबल कहानी- ===================================  ‘ग म धss…ग म धsss’  भोर के घुप्प अंधकार में धैवत को आंदोलित करते भैरव गा रहा हूँ कि शायद कोई करिश्मा हो जाए। छत पर तिरछी खिड़की के शीशे को ताक रहा …

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शैलेंद्र शर्मा की कहानी ‘तीन पगडंडियां’

शैलेन्द्र शर्मा पेशे से चिकित्सक हैं। 1980-90 के दशक में हिंदी की सभी पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कहानियाँ प्रकाशित होती थीं, सराही जाती थीं। लम्बे अंतराल के बाद इन्होंने दुबारा लेखन  शुरू किया है। जानकी पुल पर प्रकाशित यह उनकी दूसरी कहानी है- ======================================== स्टेशन पर सुमेधा और श्रुति पहले ही …

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राजीव कुमार की कहानी ‘वंचना’

राजीव कुमार समीक्षाएँ लिखते हैं, कविताएँ लिखते हैं। यह उनकी पहली कहानी है। एक अलग मिज़ाज, अलग तरह की भाषा में लिखी कहानी- ===================== जुले खान आप बहार की तरह आयी थी और पतझड़ में गुम हो गई। पतझड़ में  महज पत्ते नहीं झरते, वृक्ष के सपने भी। किताबों ने …

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अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘बिल्लियाँ’

अनुकृति उपाध्याय अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में लिखती हैं और ख़ूब लिखती हैं। हिंदी वाले उनको अपने कथा संग्रह ‘जापानी सराय’ के लिए याद करते हैं तो अंग्रेज़ी में आजकल वह अपने उपन्यास ‘किंसुगी’ के कारण चर्चा में हैं। फ़िलहाल आप उनकी नई कहानी पढ़िए ‘बिल्लियाँ’। समकलीं कथाकारों में कहानी लिखने …

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उड़िया भाषा के लेखक प्रबुद्ध जगदेब की कहानी ‘समय-असमय’

युवा उड़िया लेखक प्रबुद्ध जगदेब की कहानी हिंदी में पढ़िए। यह कहानी धौली बुक्स द्वारा उड़िया में प्रकाशित कहानी संग्रह से ली गई है- समय-असमय सुबह नौ से ग्यारह का वक्त रहा होगा। दिल्ली मेट्रो सेन्द्रल सेक्रेटिरिएट स्टेशन जहां पीली-लाईन बैंगनी-लाईन को छूती हैं। बसें भीड से खचाखच भरी हुई …

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प्रतिभा कटियार की कहानी ‘विश्वदीपक’

प्रतिभा कटियार की कहानी पढ़िए। प्रतिभा कटियार – लखनऊ में जन्मी, पली-बढ़ी। राजनीति शास्त्र में एम ए, एलएलबी, पत्रकारिता में डिप्लोमा। 12 वर्षों तक प्रिंट मीडिया में पत्रकारिता। कुछ कहानियां, कुछ कविताएं व लेख हंस, नया ज्ञानोदय, कथाक्रम, वागर्थ, समास, अकार, अहा जिन्दगी समेत लगभग सभी हिंदी अखबारों में प्रकाशित। …

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बहुरुपिये राक्षस और दो भाइयों की कथा: मृणाल पाण्डे

‘बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथायें’ सीरिज़ की यह 20 वीं कथा है। इस सीरिज़ में प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे पारम्परिक लोक कथाओं का पाठ इस तरह से करती हैं कि वे समकालीन लगने लगती हैं। एक और मानीखेज़ कथा आज पढ़िए- ========================= (क्या लोक कथाओं से राज समाज …

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