मैं जब सोचता हूँ कि अब कविताएँ नहीं पढ़ूँगा, जानकी पुल पर कविताएँ नहीं। तभी कोई कवि आ जाता है, कोई कविता आ जाती है और सोचता हूँ एक बार और लगा लेता हूँ कविताएँ। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे अभिषेक रामाशंकर की कविताएँ पढ़कर भी ऐसा ही लगा। आप …
Read More »सीमा मेहरोत्रा की पाँच कविताएँ
सीमा मेहरोत्रा ने बीएचयू से अंग्रेज़ी में एमए करने के बाद अमेरिका के शिकागो शहर में रहकर पढ़ाई की। आजकल शिकागो के एक विश्वविद्यालय में अंग्रेज़ी की प्रोफ़ेसर हैं। हिंदी में कविताएँ लिखती हैं जो पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित भी होती रही हैं। आज जानकी पुल पर पहली बार उनकी …
Read More »गौरव सोलंकी की तीन कविताएँ
गौरव सोलंकी को हम उनकी कहानियों के लिए जानते हैं, आर्टिकल 15 जैसी सामाजिक सरोकार से जुड़ी फ़िल्म के लेखक के रूप में जानते हैं, लेकिन वे बहुत अच्छे कवि भी हैं। उनकी लगभग हर कविता में एक प्रसंग होता है और अंतर्निहित गीतात्मकता, जो समक़ालीन कविता में बहुत दुर्लभ …
Read More »योजना साह जैन की कविताएँ
योजना साह जैन पेशे से एक वैज्ञानिक और शोधकर्ता हैं | बचपन से लेखन में रूचि के चलते कविता, कहानी, यात्रा वृत्तांत, ब्लॉग्स लिखती रहती हैं जो कई पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। www.kritiyojna.com वेबसाइट के माध्यम से नए लेखकों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म देने की शुरुआत भी की। …
Read More »संजय कुंदन की कुछ नई कविताएँ
संजय कुंदन मेरी पीढ़ी के ऐसे कवियों में हैं जो शोर शराबे से दूर रहकर कवि कर्म कर रहे हैं। मध्यवर्गीय जीवन के रोएँ रेशे जिस तरह से उनकी कविताओं में उघड़ते हैं उस तरह से कम कवियों में दिखाई देता है। अभी हाल में ही उनका नया कविता संग्रह …
Read More »यतींद्र मिश्र की किताब ‘अख्तरी’ पर अंकिता जैन की टिप्पणी
यतींद्र मिश्र के संगीत विषयक लेखन-संपादन की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि वह उन लोगों को संगीत से, उसकी शास्त्रीयता से जोड़ता है जो आम तौर पर संगीत के शास्त्र को जानने समझने वाले नहीं होते हैं। उनके द्वारा संपादित किताब ‘अख्तरी’ पर युवा लेखिका अंकिता जैन की इस …
Read More »पाब्लो का प्रेमी तथा अन्या कविताएँ: अमृत रंजन
किशोर कवि अमृत रंजन अब धीरे धीरे वयस्क हो रहा है और उसकी कविताएँ भी अपना रंग बदल रही हैं। ये उसकी सबसे नई कविताएँ हैं- प्रभात रंजन =================== पाब्लो का प्रेमी कितना प्रेम है? बहुत ज़्यादा। कहाँ तक? बहुत दूर। कश्मीर तक? हाँ। इटली तक? हाँ। अमरीका तक? हाँ। …
Read More »अनामिका अनु की कुछ नई कविताएँ
अनामिका अनु ने बहुत कम समय में अपनी कविताओं से अच्छी पहचान बनाई है। आज उनकी कुछ नई कविताएँ- मॉडरेटर ==================== 1.लड़कियाँ जो दुर्ग होती हैं जाति को कूट पीस कर खाती लड़कियों के गले से वर्णहीन शब्द नहीं निकलते, लेकिन निकले शब्दों में वर्ण नहीं होता है …
Read More »पंखुरी सिन्हा की नई कविताएँ
पंखुरी सिन्हा एक अच्छी कथाकार रही हैं। हाल के दिनों में उन्होंने कविताएँ लिखी हैं। हर पत्र पत्रिका में उनकी कविताएँ छपती रही हैं। ये कविताएँ उनके सद्य प्रकाशित कविता संग्रह ‘प्रत्यंचा’ से ली गई हैं- मॉडरेटर ==================== मेरे हर रिश्ते में मेरे हर रिश्ते में क्यों बचपन …
Read More »हिमांशु त्यागी की कविता ‘नहीं आज ये बातें नहीं होंगी’
हिमांशु त्यागी को मैं कॉलेज के दिनों से ही एक अच्छे संवेदनशील अभिनेता के रूप में जानता रहा हूँ। उन्होंने जेएनयू से इतिहास में शोध किया है और एक नागरिक के नाते से स्पष्टता से अपने विचार रखते हैं। आज उनकी कविता पढ़िए- मॉडरेटर ================================= नहीं अब ये बातें नहीं …
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