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टाईट एक्जाम बनाम लाईट एक्जाम से आगे की परीक्षा

बिहार में इंटरमीडिएट का रिजल्ट पिछले दो साल से रोमांचक कथा की तरह बना दिया जाता है. पिछले साल टॉपर लड़की का इंटरव्यू दिखाकर परीक्षा के नतीजों का ‘असली सच’ दिखाया गया. इस बार महज एक तिहाई बच्चों के पास होने का रोना रोकर. यह सही है कि बिहार में …

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अपूर्णता के सबसे पूर्ण लेखक के बारे में कुछ अधूरी पंक्तियाँ

लेखक ब्रजेश्वर मदान की मृत्यु की खबर आने के बाद ‘कथादेश’ पत्रिका के जून अंक में उनके ऊपर कई सामग्री दी गई, उनको याद किया गया है. इसी अंक में मैंने भी ब्रजेश्वर मदान साहब को याद करते हुए कुछ लिखा है- प्रभात रंजन  =================================================== मेरी जानकारी में ब्रजेश्वर मदान …

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दाहिने की सुविधा, और वाम की दुविधा के समीक्षक डॉ.रामविलास शर्मा

आज आलोचक रामविलास शर्मा की पुण्यतिथि है. उनके अवदान को याद करते हुए विमलेन्दु का लेख- मॉडरेटर ====== रामविलास जी के अध्ययन और लेखन की शैली ऐसी थी जैसे एक हठी ऋषि तपस्या कर रहा हो. जो नित नए अँधेरों में जाता हो और वहाँ से कोई पत्थर का टुकड़ा, …

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किन्नर कौन होते हैं: किम् नर?

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अमन आकाश का यह लेख बहुत बढ़िया है. किन्नर सम्माज पर पूरी संवेदना के साथ- मॉडरेटर ============ किन्नर : किम् नर? हमारी बिरादरी में अगर किसी ने गुरु से बदतमीजी की तो उसके सर पर सिक्का दागकर उसे समाज से बाहर कर दिया …

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हिंदी में राजनीतिक उपन्यास क्यों नहीं लिखे जाते?

यह एक अजीब विरोधाभास है. हिंदी पट्टी भारत में राजनीतिक रूप से सबसे जाग्रत मानी जाती है. माना जाता है कि देश में राजनीतिक बदलावों की भूमिका इन्हीं क्षेत्रों में लिखी जाती रही है. लेकिन सबसे कम राजनीतिक उपन्यास हिंदी में लिखे गए हैं. बिहार, उत्तर प्रदेश में इतने तरह …

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क्या आने वाले समय में लालू जी भाजपा विरोध की धुरी बनेंगे?

राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की एकजुटता के लिए लालू प्रसाद कड़ी मेहनत कर रहे हैं. 17 दल एकजुट दिखाई दे रहे हैं. लालू जी ने कहा है कि 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में जो महारैली होगी उसमें समूचा विपक्ष एकसाथ मौजूद रहेगा. दिलचस्प बात यह है …

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तीन साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है भोज में नीतीश जी का जाना

कौशल लाल एक पाठक हैं. प्रधानमंत्री के साथ नीतीश कुमार के भोज पर उनकी एक टिप्पणी है. उनका यह मानना है कि तीन साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है नीतीश जी का भोज में जाना. यह उपलब्धि भाजपा के लिए है या नीतीश जी के लिए यह लोगों को तय …

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नेहरु, जो गुलाब थे अब कांटे बनकर खटकने लगे हैं!

पिछले कुछ वर्षों में नेहरु को खूब याद किया जा रहा है. बीच में तो उनको लोग भूलने से लगे थे. हाँ, यह बात अलग है कि पहले उनको सीने पर लगे गुलाब के गुलाब के लिए याद किया जाता था. आज देश की एक बड़ी आबादी को उस गुलाब …

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इन्स्टाग्राम कवि एटिकस के बारे में जिसके शब्द ही उसकी पहचान हैं

प्रकाश के रे उदार पाठक और लेखक हैं. नई नई चीजें पढ़ते रहते हैं और हमसे साझा करते रहते हैं. जैसे उनकी यह टिप्पणी जो एटिकस के बहाने कविता की नई धारा के बारे में है- मॉडरेटर ==================================== शुरूआत एक आम बात से. तमाम ख़ूबियों और ख़ामियों के साथ सोशल …

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गर्व की बात है कि बिहार को सबसे दूरंदेशी मुख्यमंत्री मिला है!

हमें गर्व करना चाहिए कि हमें एक दूरंदेशी मुख्यमंत्री मिला है- नीतीश कुमार. आज सुबह उठा तो प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुस्कुराती तस्वीर अखबारों में दिखाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वे न केवल भोज में शामिल हुए बल्कि बल्कि अलग से उनके साथ बातचीत भी की. मुख्यमंत्री जी …

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