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शायरी

तरकश प्रदीप की कुछ नई कुछ पुरानी ग़ज़लें

तरकश प्रदीप की गजलों में एक अलग तरह की ताजगी है. नई नस्ल के एक अच्छे ग़ज़लगो की कुछ नई-पुरानी ग़ज़लें एक साथ पढ़ते हैं- मॉडरेटर ===========   1. हम अस्ल बात समझने का फ़न भी रखते हैं मगर मज़ा है बहकने में सो बहकते हैं है वस्ल-वुस्ल का ये …

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