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क्या पत्रकार होना कमतर लेखक होना होता है?

जब दो सप्ताह पहले ‘जनसत्ता’ में प्रकाशित अपने लेख में  प्रोफ़ेसर गोपेश्वर सिंह ने लप्रेक लेखक रवीश कुमार को टीवी पत्रकार कहकर याद किया था तो सबसे पहले मेरे ध्यान में यह सवाल आया था कि क्या लेखक होने के लिए किसी ख़ास पेशे का होना चाहिए? हम शायद यह भूल जाते …

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तरह–तरह के लेखक तरह-तरह के पाठक

लेखक पाठक रिश्ते को लेकर आज राजकिशोर जी का लेख- मॉडरेटर  ============================================ लेखक और पाठक का रिश्ता उतना सपाट नहीं होता है जितना उत्पादक और उपभोक्ता का। उत्पादक अपने मानसिक आनंद के लिए उत्पादन नहीं करता। उसका लक्ष्य उपभोक्ताओं की किसी आवश्यकता को संतुष्ट कर धन कमाना होता है। कुछ …

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पाट्रिक मोदियानो का उपन्यास हिंदी में- मैं गुमशुदा!

  2014 में जब फ्रेंच भाषा के लेखक पाट्रिक मोदियानो को नोबेल पुरस्कार मिला तो कम से कम हिंदी की दुनिया में वह एक अपरिचित सा नाम लगा. बाद में पढने में आया कि फ्रांस के बाहर भी उनका नाम बहुत परिचित नहीं था क्योंकि उनके अनुवाद बहुत हुए नहीं …

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संभावनाओं से ज़्यादा सपनों का सौदा हो रहा है

आज पारुल रावत की कवितायेँ त्रिपुरारि कुमार शर्मा की भूमिका के साथ. पारुल का एक परिचय यह भी है कि वह दिवंगत कवि श्री भगवत रावत के परिवार की तीसरी पीढ़ी की कवियित्री हैं. अपने मुहावरे की ताजगी और बयान की सादगी से इस कवयित्री की कवितायेँ सहज ही ध्यान …

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कश्मीर की एक जरूरी दास्तान है फिल्म ‘वैली ऑफ़ सेंट्स’

फिल्मकार मूसा सईद की फिल्म ‘वैली ऑफ़ सेंट्स’ पर एक जरूरी लेख लिखा है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर  ======== कश्मीर की ज़मीन से आ रही पाक सदा को युवा फिल्मकार मूसा सईद ने गहरे मायने में सुना.. ‘ पाक रूहों  का वतन  ‘valley of saints’ इसकी वजाहत करने वाली …

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अविनाश मिश्र की दस कविताएं

हिंदी कविता की हालत इतनी बुरी हो चुकी है कि किसी कवि में नयापन दिखता ही नहीं है. कभी कभी जी करता है कि हिंदी कविता के साथ  काण्ड कर दूँ. लेकिन कुछ कवियों की कवितायेँ रोक लेती हैं. अविनाश मिश्र ऐसे ही एक कवि हैं. आज उनकी दस कविताएं- …

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देवदत्त पटनायक की पुस्तक ‘भारत में देवी’ का एक अंश

देवदत्त पट्टनायक हमारे समय में संभवतः मिथकों को आम लोगों की भाषा में पाठकों तक सरल रूप में पहुंचाने वाले सबसे लोकप्रिय लेखक हैं. उनकी नई पुस्तक आई है ‘भारत में देवी: अनंत नारीत्व के पांच स्वरुप‘. यह हिन्दू धर्म में देवी के स्वरुप को लेकर संभवतः पहली पुस्तक है, जिसमें …

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अमिताभ बच्चन की एकमात्र आधिकारिक जीवनी के बारे में

पनामा पेपर्स के सामने आने के बाद, अमिताभ बच्चन का नाम सामने आने के बाद, अमिताभ बच्चन के यह कहने के बाद कि उनको तो उन कंपनियों के बारे में पता भी नहीं. पता नहीं कैसे क्या हुआ? मेरे अंदर का अमिताभ बच्चन कुछ खंडित हुआ, पिछले 20 सालों में …

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रवीश कुमार की कविताएं

रवीश कुमार को पढ़ते हुए, सुनते हुए कई बार कि ये मूलतः कवि-ह्रदय हैं. ‘इश्क में शहर होना’ के बाद तो ऐसा बार-बार लगा लेकिन इधर वे कविता के रूप में ही कविताएं लिख रहे हैं. उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि वे ड्रेरित काव्य लिख रहे हैं, जैसे आप …

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तसनीम खान की कहानी ‘रुख ए गुलजार ‘

आज तसनीम खान की कहानी. हाल में इनको भारतीय ज्ञानपीठ के युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इस तरह के परिवेश और ऐसी जुबान में कहानियां लिखने वाले नई पीढ़ी में विरल होते जा रहे हैं- मॉडरेटर  ================= इद्दत को मैंने पहली बार कब जाना….. शायद आठ या नौ …

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