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कुछ भी ठोस नहीं रहता, सब पिघलता जा रहा है

युवा मीडिया समीक्षक विनीत कुमार की पुस्तक ‘मंडी में मीडिया’ की यह समीक्षा मैंने लिखी है. आज ‘जनसत्ता’ में प्रकाशित हुई है- प्रभात रंजन ================================ जब युवा मीडिया विमर्शकार विनीत कुमार यह लिखते हैं कि ‘मेरे लिए मीडिया का मतलब इलेक्ट्रानिक मीडिया ही रहा है’, तो वास्तव में वे इस …

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अनामिका की कविता ‘ब्रेष्ट कैंसर और पवन करण की कविता ‘स्तन’

अनामिका की यह कविता और पवन करण की कविता ‘स्तन’ प्रस्तुत है जिसको लेकर शालिनी माथुर, दीप्ति वर्मा, उद्भ्रांत के पाठ आ चुके हैं और वाद-विवाद का सिलसिला चल पड़ा है- जानकी पुल. =====================================   ब्रेस्ट कैंसर (वबिता टोपो की उद्दाम जिजीविषा को निवेदित)दुनिया की सारी स्मृतियों कोदूध पिलाया मैंने,हाँ, बहा …

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मार्केस की कहानी ‘मंगलवार की दोपहर’

आज मार्केस की एक कहानी. कहानी का अनुवाद कवि नरेन्‍द्र जैन ने किया है- जानकी पुल  ============================================================ ट्रेन रेतीली चट्टानों की थरथराती सुरंग से प्रकट हुई और उसने बेहद लंबे और समतल केले के बागानों को पार करना शुरू कर दिया। हवा नम हो चुकी थी और उन्‍हें अब समुद्री हवा …

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विजेंद्र नारायण सिंह का जाना एक अकेले व्यक्ति का जाना नहीं है

प्रसिद्ध आलोचक विजेंद्र नारायण सिंह को याद कर रही हैं वरिष्ठ कवयित्री रश्मिरेखा– जानकी पुल. ================================================================  हिंदी के जाने-माने आलोचक, प्रखर चिन्तक और विद्वान वक्ता विजेंद्र नारायण सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे. १३ अगस्त को देर रात पटना के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया. उनकी उम्र ७६ …

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जवाहरलाल नेहरु का ऐतिहासिक भाषण हिंदी अनुवाद में

14 अगस्‍त की रात संविधान परिषद, नई दिल्‍ली में दिया गया जवाहरलाल नेहरू का भाषण:  —————————————————————————————————– बहुत वर्ष हुए, हमने भाग्य से एक सौदा किया था, और अब अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने का समय आ गया है। पूरी तौर पर या जितनी चाहिए उतनी तो नहीं, फिर भी काफी हद तक। जब आधी रात के …

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विजेंद्रनारायण सिंह को जनवादी लेखक संघ की श्रद्धांजलि

प्रेस विज्ञप्ति जनवादी लेखक संघ हिंदी के जाने माने आलोचक प्रो. विजेंद्रनारायण सिंह के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है। कल रात 11.35बजे पटना में अचानक दिल का दौरा पड़ जाने से उनकी मृत्यु हो गयी। वे 76 वर्ष के थे। विजेंद्रनारायण सिंह का जन्म 6जनवरी 1936को हुआ …

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हिंदी में लोकप्रियता का आतंक तेजी से बढ़ रहा है

आज अशोक वाजपेयी ने श्रेष्ठता और लोकप्रियता को लेकर ‘जनसत्ता’ में अपने स्तंभ ‘कभी-कभार’ में अच्छा लिखा है. बहसतलब- जानकी पुल. ===========================  लोकतंत्र और आधुनिक संसार दोनों में संख्या का बड़ा महत्त्व है। बाहुबल और धनबल आदि का इस्तेमाल लोकतंत्र में अंतत: संख्याबल पाने के लिए किया जाता है। जिसके …

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यह हमारा स्वयं का चुना हुआ भ्रम है

आज वंदना शुक्ल की कविताएँ– जानकी पुल.  (१) भ्रम बहुत ऊँचाइ पे बैठी कोई खिड़की  बुहार देती हैं उन सपनों को जो बिखरते हैं हमारे भीतर झरते हुए पत्तों की तरह बाँहों में ले बहलाती हैं विविध दृश्यों से उन खिलौनों की तरह  जो सच से लगते हैं पर होते …

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बड़ा अजूबा रंग-मंच है, बदला-बदला सबका वेश

हिंदी के वरिष्ठ कवि उमेश चौहान का काव्य संग्रह आया है ‘जनतंत्र का अभिमन्यु’. प्रस्तुत है उसी संग्रह से कुछ चुनी हुई कविताएँ. संग्रह भारतीय ज्ञानपीठ से आया है- जानकी पुल.  ==================================================== 1.         १.       मौन कौन सा संकोच या स्वार्थभय अथवा भ्रमरखता है मौन हमेंअपनी आँखों के सामने …

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कविता की कहानी ‘नदी जो अब भी बहती है’

युवा लेखिका कविता का कहानी संग्रह हाल में ही आया है ‘नदी जो अब भी बहती है’. जानकी पुल की ओर से उनको बधाई और प्रस्तुत है संग्रह की शीर्षक कहानी. ========================================== डॉक्टर अब भी हतप्रभ है और हम चुप। ऐसी स्थिति में इतना भावशून्य चेहरा अपने बीस साला कैरिअर …

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