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प्रमोद द्विवेदी की कहानी ‘कमोड’

प्रमोद द्विवेदी बहुत रोचक विषयों पर पठनीय कहानियाँ लिखते हैं। यह उनकी नई कहानी है। आप भी पढ़ सकते हैं- ======================== साहेब चार माह से कष्टशैय्या पर थे। सब कुछ बिछौने पर निपट रहा था। पड़े-पड़े ही एक  दिन उन्होंने वकील मुन्नालाल जांगिड़ को बुलवा कर बाहोश वसीयत लिखवा दी। …

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मुआशरे को मुर्दा होने से बचाने वाली शायरी

कल जाने-माने शायर राजेश रेड्डी का जन्मदिन था। इस मौक़े पर पढ़िए मशहूर युवा शायर इरशाद ख़ान सिकन्दर का यह लेख, यह लेख पहले उर्दू में रावलपिंडी, पाकिस्तान से छपने वाली उर्दू पत्रिका ‘चहार सू’ के जनवरी 2023 अंक में प्रकाशित हुआ था, पत्रिका का यह अंक राजेश रेड्डी विशेषांक …

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     हरिशंकर परसाई के लेखन का स्त्री पक्ष

युवा लेखक पल्लव के संपादन में निकलने वाली पत्रिका ‘बनास जन’ का हर अंक संग्रहणीय होता है। इस बार इस पत्रिका का अंक प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई पर केंद्रित है। इसी अंक में प्रकाशित एक लेख पढ़िए। लिखा है अवंतिका शुक्ल ने, जो महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में स्त्री …

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जयंती रंगनाथ के उपन्यास ‘मैमराज़ी: बजाएगी पैपराजी का बैंड’ का एक अंश

वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका जयंती रंगनाथ के उपन्यास ‘मैमराज़ी: बजाएगी पैपराजी का बैंड’ का एक रोचक अंश पढ़िए। यह उपन्यास हिंद युग्म से प्रकाशित है- ======================== शशांक अभी भी परेशान लग रहा था। उसने सुंदरी का हाथ पकड़ा और ज़ोर से कहा, “श्श्श! चलो, निकलते हैं यहाँ से।” “कहाँ जा …

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नीली नदी, गुलाबी दरख़्त और एकाकी जीवन

पूनम दुबे इन दिनों डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में रह रही हैं। डेनिश भाषा सीख रही हैं। इस बार अर्से बाद अपनी यात्रा कथा के साथ लौटी हैं। इस बार स्थान  है जर्मनी का एक छोटा सा शहर ऍनडरनाख। बहुत पठनीय है- =================== राइन नदी के किनारे बसे ऍनडरनाख एक …

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इश्क ए हकीकी का सागर: बुल्ले शाह

प्रसिद्ध आलोचक माधव हाड़ा के संपादन में बुल्ले शाह की कविताओं का संचयन प्रकाशित हुआ है। राजपाल एंड संज प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक की समीक्षा लिखी है मोहम्मद हुसैन डायर ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ====================== भक्ति आंदोलन ने देश और काल की सीमाएँ तोड़ी थी। यह आंदोलन …

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यह कथा नहीं, बल्कि जीवन है!

गरिमा श्रीवास्तव का उपन्यास ‘आउशवित्ज: एक प्रेम कथा’ को पढ़कर यह पत्र लिखा है प्रोफ़ेसर रामेश्वर राय ने। गरिमा जी का यह उपन्यास निस्संदेह इस साल प्रकाशित दो श्रेष्ठ उपन्यासों में एक है। उथल-पुथल दौर में प्रेम की हूक की यह कथा आपको विचलित भी कर देती है और आनंद …

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‘गोधूलि की इबारतें’ विभिन्न विधाओं का समुच्चय है

वरिष्ठ लेखक जयशंकर की किताब ‘गोधूलि की इबारतें’ कथेतर गद्य की एक अच्छी किताब है। आधार प्रकाशन से प्रकाशित इस किताब पर यह टिप्पणी लिखी है युवा कवयित्री प्रिया वर्मा ने- ====================== बहुत बार, मन यात्रा करने का विचार करता है, अगर वह ऐसा नहीं कर पाता तो बीते समय …

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अनुराग चतुर्वेदी की पुस्तक का अंश: बाल ठाकरे का इंटरव्यू

अनुराग चतुर्वेदी देश के जाने माने पत्रकार हैं। धर्मयुग, रविवार, संडे ऑब्जर्वर जैसी पत्र पत्रिकाओं में पत्रकारिता की एक लंबी पारी खेलने के बाद वह नब्बे के दौर में मुंबई में सांध्य दैनिक हमारा महानगर से बतौर संपादक जुड़े। तब सांप्रदायिकता और आतंकवाद से जूझती मुंबई में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता …

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राकेश तिवारी के उपन्यास ‘राम सिंह फ़रार’ का एक अंश

वरिष्ठ लेखक राकेश तिवारी के नए उपन्यास ‘राम सिंह फ़रार’ का अंश पढ़िए। राकेश तिवारी के गद्य को पढ़ने का अपना आनंद है। वाणी प्रकाशन से प्रकाशित इस उपन्यास को पढ़ने का अपना ही सुख है- =================== भवान सिंह और गंगा देवी के बार-बार फ़ोन आ रहे थे— चपेड़ लगाई …

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