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उलझे जीवन की सुलझी कहानी ‘ज़िन्दगी 50-50’

भगवंत अनमोल का उपन्यास ‘ज़िंदगी 50-50’ इस साल का सरप्राइज़ उपन्यास बनता जा रहा है। हर तरह के पाठकों में अपनी जगह बनाता जा रहा है। इसका पहला संस्करण समाप्त हो गया है। आज इस उपन्यास की समीक्षा लिखी है कवयित्री स्मिता सिन्हा ने- मॉडरेटर ======================== एक ही समाज में …

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प्रेम की ही तरह बर्फ से अधिक सम्मोहक बर्फ का ख्वाब होता है

प्रसिद्ध पत्रकार, युवा लेखक आशुतोष भारद्वाज आजकल शिमला एडवांस्ड स्टडीज में शोध कार्य कर रहे हैं. शिमला के बदलते मौसम पर उनका यह सम्मोहक गद्य देखिये- मॉडरेटर ====================== शिमले में इन दिनों कहीं भूले से भटक आयी बूंदें गिर रही हैं. हाल ही शिमले में कुछ इन्सान नीचे मैदानों से …

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मैं कर सकती है- यह फिल्म हमसे यही कहती है !

‘तुम्हारी सुलू’ फिल्म की यह समीक्षा युवा कवयित्री, फिल्मकार प्रियंका वाघेला ने लिखी है. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ====================================================== “तुम्हारी सुलु” एक एसी स्त्री की कहानी कहती है -जो शिक्षा के क्षेत्र में सफल नहीं है व अपने पिता और बहनों के द्वारा इस बात को लेकर लगभग अपमानित की …

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उपासना नीरव के बाल उपन्यास “डेस्क पर लिखे नाम” का एक अंश

समकालीन कथा साहित्य में उपासना नीरव की कहानियों का अपना स्पष्ट रंग है. हाल के वर्षों में बिना किसी शोर शराबे के उन्होंने कई अच्छी कहानियां लिखी हैं. अभी हाल में ही उन्होंने एक बाल-उपन्यास लिखा है. उसका एक रोचक अंश आप भी पढ़ सकते हैं- मॉडरेटर ====================== प्लानचिट टुटु-पुट्टी …

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बाल दिवस और बच्चों की चिंता

बाल दिवस पर युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख- मॉडरेटर =========================== मनुष्य का सबसे सुन्दर रूप तब तक होता है जब वह बच्चा होता है. बच्चों की उपमा जब फूलों से दी जाती है, तो यह प्रकृति की सबसे खूबसूरत कृतियों का तादात्म्य दिखाने भर की कोशिश नहीं होती, बल्कि …

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लोक की पद्मिनी से फिल्म की पद्मिनी तक

‘पद्मावती’ फिल्म पर चल रही कंट्रोवर्सी के बीच युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख पढने लायक है-मॉडरेटर ========= बाज़ारवाद के स्वर्णकाल में, जब सारे कला-माध्यम अपना असर लगभग खो चुके हैं, सिनेमा ने कुछ हद तक अपना असर बचाए रखा है. सिनेमा प्रत्यक्षत: किसी परिवर्तन का निमित्त भले ही न …

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अपूर्णता की सम्पूर्णता: जिन्दगी 50-50

युवा लेखक भगवंत अनमोल के उपन्यास ‘ज़िन्दगी 50-50’ की आजकल बहुत चर्चा है. इसी उपन्यास की एक समीक्षा लिखकर भेजी है मिर्जापुर से शुभम् श्रीवास्तव ओम ने. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर =================================== युवा लेखक भगवंत अनामोल का नया उपन्यास ‘जिन्दगी 50-50‘ समाज के उस उपेक्षित वर्ग का प्रतिनिधित्व करता नजर …

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एक कलाकार के शब्दों में सर्बिया का चित्र

चित्रकार, कलाकार सीरज सक्सेना बहुत आत्मीय गद्य लिखते हैं. यह उनकी सर्बिया यात्रा का वृत्तान्त है. पढियेगा- मॉडरेटर ========== कागज़ ,केनवस और कपड़े से बनी अपनी कलाकृतियों की दो एकल प्रदर्शनी के लिए सर्बिआ जाना सुखद तो है ही अति उत्साह इस बात का है कि अपनी कला को नए …

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लड़की होना कोई मज़ाक है क्या!

रचना भोला यामिनी के प्यार भरे किस्से हम पढ़ते रहते हैं. यह नया है. बताइयेगा, कैसा लगा- मॉडरेटर ======================================== प्यार… और क्या जीवन में प्यार इतने  रंगों और रूपों में बसा है कि इसे देखने के लिए आपको मन की आँखों से देखना होगा.. दिल की धड़कनों से सुनना होगा …

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युवा शायर #24 अभिषेक कुमार ‘अम्बर’ की ग़ज़लें

युवा शायर सीरीज में आज पेश है अभिषेक कुमार ‘अम्बर’ की ग़ज़लें – त्रिपुरारि ====================================================== ग़ज़ल-1  वो मुझे आसरा तो क्या देगा, चलता देखेगा तो गिरा देगा। क़र्ज़ तो तेरा वो चुका देगा, लेकिन अहसान में दबा देगा। हौसले होंगे जब बुलंद तेरे, तब समंदर भी रास्ता देगा। एक दिन …

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