Home / फिल्म समीक्षा (page 3)

फिल्म समीक्षा

चुन-चुन खाइयो मांस: आमिस  

असमिया भाषा की फ़िल्म ‘आमिस’ पर यह टिप्पणी युवा लेखक-पत्रकार अरविंद दास ने लिखी है- मॉडरेटर ============== एक बार मैं एक दोस्त के साथ खाना खा रहा था. अचानक से दाल की कटोरी से उसने झपटा मार के कुछ उठाया और मुँह में डाल लिया. जब तक मैं कुछ समझता, हँसते …

Read More »

रितुपर्णो घोष की फ़िल्म ‘शुभो मुहूर्त’ पर विजय शर्मा का लेख

रितुपर्णो घोष की फ़िल्में उपन्यास की तरह होती हैं। किसी क्लासिक उपन्यास की तरह बार बार थोड़ा-बहुत देखने लायक़। ‘शुभो मुहूर्त’ तो अगाथा क्रिश्टी के उपन्यास पर आधारित है और रितुपर्णो द्वारा निर्देशित एकमात्र मर्डर मिस्ट्री है। इस फ़िल्म पर विजय शर्मा का लेख पढ़िए। यह उनकी आगामी किताब का …

Read More »

ड्रीम गर्ल- कहानी भीड़ में तन्हा होने की

हाल में ही रिलीज़ हुई फ़िल्म ड्रीम गर्ल की समीक्षा लिखी है निवेदिता सिंह ने- ====================================== इस फ़िल्म को देखने से पहले जब भी किसी के मुँह से ड्रीम गर्ल के बारे में सुनती थी तो हेमा मालिनी का खूबसूरत से चेहरा खुद-ब-खुद आँखों के सामने तैर जाता था पर …

Read More »

शिक्षा के नज़रिए से फ़िल्म’सुपर थर्टी’ का एक विश्लेषण

‘सुपर थर्टी’ फ़िल्म का शिक्षा की दृष्टि से बहुत अच्छा विश्लेषण किया है शिक्षा एवं भाषाशास्त्र के विशेषज्ञ कौशलेंद्र प्रपन्न ने- मॉडरेटर ================================================ संघर्ष व दुख जिन्हें मांजती है उन्हें आनंद कुमार बना देती है। यही एक पंक्ति कही जा सकती है जिसमें आनंद कुमार की पूरी संघर्ष यात्रा को …

Read More »

कबीर सिंह एब्‍नॉर्मल और एक्‍स्‍ट्रा नाॅॅर्मल है, उसे न्‍यू नॉर्मल न बनाएं

कबीर सिंह फ़िल्म जब से आई है तबसे चर्चा और विवादों में है। इस फ़िल्म पर एक टिप्पणी लेखक, कोच। पॉलिसी विशेषज्ञ पांडेय राकेश ने लिखी है- मॉडरेटर ================= कबीर सिंह एक व्यक्तित्व विकार से पीडि़त पात्र की कहानी है, साथ- ही मर्दवादी समाज में मिसोजिनि यानि स्‍त्री द्वेष के …

Read More »

‘ऐवेंजर्स एंडगेम’ एक पल हँसाती है दूसरे पल भावुक कर जाती है

फ़िल्म ‘ऐवेंजर्स एंडगेम’ पर फ़िल्म समीक्षक सैयद एस॰ तौहीद की टिप्पणी पढ़िए- मॉडरेटर ============================================= लंबे इंतजार के बाद भारत में ‘एवेंजर्स इंडगेम’ रिलीज हो चुकी है । हिंदी अंग्रेजी के अलावा तमिल और तेलुगू में भी रिलीज हुई है। फिल्म का इंतजार इसलिए भी था क्योंकि ये एवेंजर्स सीरिज की …

Read More »

‘अवेंजर्स एंडगेम’ फ़िल्म नहीं फिनौमिना है!

फ़िल्म अवेंजर्स एंडगेम पर विमलेश शर्मा की टिप्पणी पढ़िए- मॉडरेटर ================================== हाँ तो Avengers Endgame की बात कर रहे हैं हम यहाँ जिसे देखना मेरे लिए काफ़ी Adventurous था… इसे देखने से  पहले इतनी हिदायतें दी गई कि मुझे याद नहीं कभी माँ होते हुए मैंने पुत्तर जी को उतनी …

Read More »

‘ठाकरे’ फिल्म की एक ही खूबी है नवाजुद्दीन की अदाकारी

बाला साहेब ठाकरे की बायोपिक आई है जिसमें नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने ठाकरे की भूमिका निभाई है. उसी फिल्म पर नवीन शर्मा की टिप्पणी- मॉडरेटर ======================== आजकल हिंदी सिनेमा में बायोपिक का दौर चल रहा है। इसकी लेटेस्ट फिल्म है ठाकरे। इसके कुछ हफ्ते पहले ही मनमोहन सिंह पर द एक्सिडेंटल …

Read More »

सर्जिकल स्ट्राइक को गौरवान्वित करने वाली फिल्म ‘उरी’

राष्ट्रवाद के दौर में ‘उरी’ फिल्म आई और उसने जबरदस्त कमाई की. वार फिल्मों में कहानी के नाम पर वैसे तो कुछ ख़ास नहीं होता लेकिन फिर भी उनका अपना आकर्षण होता है. इस फिल्म के ऊपर सैयद एस. तौहीद की समीक्षा पढ़ें- मॉडरेटर ================================= उरी फिदायीन हमले और उसके …

Read More »

हीरो के अलावा बाकी सब ‘जीरो’

शाहरुख़ खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जीरो’ आ गई. इस फिल्म की समीक्षा लिखी है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर ================ ग्यारह महीने पहले ज़ीरो का पहला टीज़र आया था।जनवरी से दिसंबर तक का इंतज़ार कराके साल की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों से एक रिलीज़ हुई है। शाहरूख खान की ‘ज़ीरो’ सिनेमाघरों …

Read More »