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ज़माने भर को को है उम्मीद उसी से

आज ज़हीर रह्मती की ग़ज़लें. वे नए दौर के संजीदा शायर हैं. ‘कुछ गमे-जानां, कुछ गमे दौरां’ के शायर. अपने समय की विडंबनाएं भी उनके शेरों में हैं तो जीवन की दुश्वारियां भी- जानकी पुल. 1. इशारे मुद्दतों से कर रहा है अभी तक साफ़ कहते डर रहा है. ज़माने …

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इमरान खान एक से ज्यादा मैदानों में खेलने वाला एक गैम्बलर है

भारतीय उप-महाद्वीप के सबसे महान हरफनमौला क्रिकेटर इमरान खान के जीवन-सफर पर किताब लिखने वाले फ्रैंक हुजुर खुद हरफनमौला हैं, लेकिन कलम के. साहित्य और पत्रकारिता की हर विधा में कलम चलाने वाले इस लेखक ने जानकी पुल से बातचीत में अपने पहले नाटक ‘हिटलर इन लव विथ मडोना’ से …

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‘कसप’ मैंने घोर निराशा और मोहभंग की मनःस्थिति में लिखा: मनोहर श्याम जोशी

आज हिंदी के मूर्धन्य लेखक मनोहर श्याम जोशी जीवित होते तो ७८ साल के हुए होते. आज उनके जन्मदिन पर उनके प्रेम-उपन्यास ‘कसप’ की रचना-प्रक्रिया पर उनका यह लेख प्रस्तुत है, जो उन्होंने मेरे कहने पर लिखा था और जो जनसत्ता में सबसे पहले प्रकाशित हुआ था. उनकी अमर स्मृति …

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