कवि-लेखक यतीश कुमार की किताब आई ‘बोरसी भर आँच: अतीत का सैरबीन’। संस्मरण विधा की …
Read More »नाटक के बारे में कुछ व्यक्तिगत अनुभव, कुछ विचार
२७ मार्च को विश्व रंगमंच दिवस मनाया जाता है. इसी अवसर पर एक दिन देर से ही सही वंदना शुक्ल का यह लेख जिसमें नाटक के सम्पूर्ण परिदृश्य की तो चर्चा की ही गई है, उन्होंने नाटकों को लेकर अपने व्यक्तिगत अनुभवों को भी दर्ज किया है- जानकी पुल. — मार्क्स …
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