कवि-लेखक यतीश कुमार की किताब आई ‘बोरसी भर आँच: अतीत का सैरबीन’। संस्मरण विधा की …
Read More »सच को झूठ और झूठ को सच बनाकर पेश करना है आसान
युवा पत्रकार विनीत उत्पल एक संवेदनशील कवि भी हैं. यकीं न हो तो उनकी कविताएँ पढ़ लीजिए- जानकी पुल. कुत्ते या आदमी कुछ लोग कुत्ते बना दिए जाते हैं कुछ लोग कुत्ते बन जाते हैं कुछ लोग कुत्ते पैदा होते हैं कुत्ते बनने और बनाने का जो खेल है काफी …
Read More »