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साहिर की जन्मशती पर गुलज़ार का लेख

आज उर्दू के बड़े शायर और गीतकार साहिर लुधियानवी की जन्मशती है। आज टाइम्स आफ इंडिया में गुलज़ार ने उनके बारे में लिखा है। मोहुआ दास के साथ बातचीत पर आधारित इस लेख का हिंदी अनुवाद साभार प्रस्तुत है। अनुवाद मेरा है- प्रभात रंजन ======================= किसी और कवि ने जुदाई …

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लोकगीतों का देहनोचवा दौर और लोकसंगीत की महिलाएं

आज महिला दिवस है। इस अवसर पर पढ़िए प्रसिद्ध लोक गायिका चंदन तिवारी का लिखा यह लेख- ============== लोक. यह शब्द सामने आते ही जीवन का एक विराट पहलू सामने होता है. सृष्टि,प्रकृति सब समाहित हो जाता है इस एक शब्द में. सृष्टि और प्रकृति के बाद लोक के तत्वों …

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जासूसीपन, थ्रिलरपन और रहस्यपन का रोचक कथानक ‘नैना’

संजीव पालीवाल के उपन्यास ‘नैना’ पर टिप्प्पणी जानी-मानी लेखिका नीलिमा चौहान ने लिखी है। एक रोचक और बेहद पठनीय उपन्यास की बहुत रोचक, पठनीय और विचारोत्तेजक समीक्षा। आप भी पढ़ सकते हैं- ======================================= हाल के वर्षों में उपन्यास विधा के साथ दो सुंदर हादसे हुए हैं। एक तो यह कि …

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