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मंडन में उम्र गुजर जाती, खंडन में देर नहीं लगती!

नोएडा में ट्विन टावर को गिराए जाने की घटना टीवी पर पूरे देश ने देखा। हिंदी के सबसे लोकप्रिय लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक ने इस घटना को अपने घर से देखा। वे वहीं पास में रहते हैं। इसी अनुभव को अनेक अन्य अनुभवों के साथ मिलाते हुए उन्होंने बड़ा रोचक …

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दुःख की विचित्र आभा का उपन्यास

जयश्री रॉय के उपन्यास ‘थोड़ी-सी ज़मीन, थोड़ा आसमान’ के ऊपर यह टिप्पणी लिखी है युवा लेखक किंशुक गुप्ता ने। किंशुक मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और हिंदी-अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में समान रूप से लिखते हैं। प्रमुखता से प्रकाशित होते हैं। फ़िलहाल यह समीक्षा पढ़िए- ======================== विस्थापन की समस्या को …

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‘अंबपाली’ पर यतीश कुमार की टिप्पणी

वरिष्ठ लेखिका गीताश्री के उपन्यास ‘अंबपाली’ पर यह टिप्पणी लिखी है कवि यतीश कुमार ने। एक पढ़ने लायक टिप्पणी- ========================== रचनाकार गीता श्री ने इस उपन्यास को लिखने के पहले अपने मन मस्तिष्क को उस काल के साँचे में ढाला है ताकि वहाँ की आवाज़ हम सुन सकें। भाषा को …

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