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‘अंतस की खुरचन’ पर वंदना गुप्ता की टिप्पणी

चर्चित युवा कवि यतीश कुमार के कविता संग्रह ‘अंतस की खुरचन’ की समीक्षा पढ़िए। यह समीक्षा लेखिका वंदना गुप्ता ने लिखी है- ================== मनुष्य एक जीवन में हजारों जीवन जीता है। उन सभी जीवन के अनुभवों को मिलाकर उसका व्यक्तित्व बनता है। जब उम्र का तक़रीबन आधा सफ़र तय कर …

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अमिताभ कुमार के उपन्यास ‘घर बेगाना हुआ किया’ का अंश

भारतीय अंग्रेज़ी के प्रमुख लेखकों में एक प्रमुख नाम अमिताभ कुमार का है। उनका पहला उपन्यास आया था ‘Home Product’, जिसका हिंदी अनुवाद हाल में राजकमल प्रकाशन से आया है- ‘घर बेगाना हुआ किया’। बिहार के राजनीतिक बदलावों, विस्थपान जैसे अनेक सूत्रों से जोड़कर इस उपन्यास की कथा बुनी गई …

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विदेश यात्राओं ने मुझे जीवन और हिन्दी भाषा के प्रति एक नई दृष्टि दी- विजया सती

आज पढ़िए प्रोफ़ेसर विजया सती की अध्यापन यात्रा की नई किस्त। उनका यह संस्मरण बहुत रोचक है और बहुत कुछ सिखाने वाला भी- ========================== वापसी फरवरी २०१५ में दक्षिण कोरिया में हिन्दी अध्यापन का पहला साल ख़त्म होने को था. उससे पहले विभाग की ओर से पत्र मिला – आप …

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