कवि-लेखक यतीश कुमार की किताब आई ‘बोरसी भर आँच: अतीत का सैरबीन’। संस्मरण विधा की …
Read More »मैं वेद प्रकाश शर्मा बनना चाहता था!
साल 1994 का था। इम्तियाज़ को मुम्बई गए एक साल हो गया था। एक दिन महाशय(राकेश रंजन कुमार) मेरे पास आया और बोला मैं मुम्बई जा रहा हूँ। वह चला गया। मैं अकेला रह गया। बीच बीच में कभी वह किसी धारावाहिक में दिख जाता था, कभी यह पता चलता …
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