Recent Posts

फेसबुक के हिंदी समाज के नाम एक खुला पत्र- गगन गिल

पिछले कुछ दिनों से गगन गिल सहित कुछ कवयित्रियों के बारे में फेसबुक पर जैसी घिनौनी बातें की जा रही हैं वह शर्मनाक हैं. किसी भी लेखिका के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग निंदनीय है. जानकी पुल हमेशा से लेखिकाओं के सम्मान के लिए खड़ा रहा है. आज गगन गिल …

Read More »

रचना भोला यामिनी की स्मरण-कथाएं

सोशल मीडिया ने लेखन की नई नई विधाओं के लिए स्पेस बनाया है. बनी-बनाई विधाओं में तोड़-फोड़ करते हुए. उदाहरण के लिए रचना भोला यामिनी के इन छोटे छोटे गद्यांशों को ही ले लीजिये. चाहे तो इसे स्मरण-कथा नाम दे सकते हैं. बहरहाल, पढने में कितना अच्छा लगता है? पढ़कर …

Read More »

उषाकिरण खान की कहानी ‘कौस्तुभ स्तंभ’

उषाकिरण खान हिंदी की वरिष्ठ लेखिका हैं. मिथिला की मिटटी-पानी की गंध उनकी रचनाओं में खूब है. बिहार के बाढ़ के मौसम में उनकी यह कहानी याद आई- मॉडरेटर  ======================================        ‘माँ ….. ओ माँ …  तुम ठीक तो हो ना … कैसी हो ……? आवाज … ओ।‘        चीख-चीखकर बेटा …

Read More »