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पाट्रिक मोदियानो का उपन्यास हिंदी में- मैं गुमशुदा!

  2014 में जब फ्रेंच भाषा के लेखक पाट्रिक मोदियानो को नोबेल पुरस्कार मिला तो कम से कम हिंदी की दुनिया में वह एक अपरिचित सा नाम लगा. बाद में पढने में आया कि फ्रांस के बाहर भी उनका नाम बहुत परिचित नहीं था क्योंकि उनके अनुवाद बहुत हुए नहीं …

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संभावनाओं से ज़्यादा सपनों का सौदा हो रहा है

आज पारुल रावत की कवितायेँ त्रिपुरारि कुमार शर्मा की भूमिका के साथ. पारुल का एक परिचय यह भी है कि वह दिवंगत कवि श्री भगवत रावत के परिवार की तीसरी पीढ़ी की कवियित्री हैं. अपने मुहावरे की ताजगी और बयान की सादगी से इस कवयित्री की कवितायेँ सहज ही ध्यान …

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कश्मीर की एक जरूरी दास्तान है फिल्म ‘वैली ऑफ़ सेंट्स’

फिल्मकार मूसा सईद की फिल्म ‘वैली ऑफ़ सेंट्स’ पर एक जरूरी लेख लिखा है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर  ======== कश्मीर की ज़मीन से आ रही पाक सदा को युवा फिल्मकार मूसा सईद ने गहरे मायने में सुना.. ‘ पाक रूहों  का वतन  ‘valley of saints’ इसकी वजाहत करने वाली …

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