Recent Posts

तसनीम खान की कहानी ‘रुख ए गुलजार ‘

आज तसनीम खान की कहानी. हाल में इनको भारतीय ज्ञानपीठ के युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इस तरह के परिवेश और ऐसी जुबान में कहानियां लिखने वाले नई पीढ़ी में विरल होते जा रहे हैं- मॉडरेटर  ================= इद्दत को मैंने पहली बार कब जाना….. शायद आठ या नौ …

Read More »

‘हलाला’ का मतलब है हल ला ला- भगवानदास मोरवाल

बुरा न मानो होली है की अगली कड़ी- मॉडरेटर  ================================ वरिष्ठ लेखिका गीताश्री से बातचीत करने की कोशिश की, बड़ी मुश्किल से उनका यह होली सन्देश मिल पाया है-  मैं क्या सन्देश दूँ मेरा जीवन ही सन्देश है. तुन्हारी होगी होली, मेरी तो हो ली! पत्रकारित्ता को लात मारी साहित्य …

Read More »

जानकी पुल के पाठकों के लिए प्रेम भारद्वाज का सम्पादकीय

इस होली पर हम आभारी हैं यशस्वी संपादक प्रेम भारद्वाज जी के कि उन्होंने आज जानकी पुल के पाठकों के लिए सम्पादकीय लिखा है. हालाँकि होली का सुरूर ऐसा चढ़ा है कि ठीक ठीक कह नहीं सकता कि यह सम्पादकीय उन्होंने ही लिखा है. बहरहाल, उनको भी होली मुबारक, उनकी …

Read More »