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भोजपुरी फिल्मों का सफरनामा एक किताब में

भोजपुरी सिनेमा के ऊपर एक किताब आई है जिसके लेखक है रविराज पटेल. रविराज पटेल से एक बातचीत की है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर  ================================ भोजपुरी फिल्मों का इतिहास यूं तो पचास बरसों से अधिक का होने को आया लेकिन उसके दस्तावेजीकरण का काम कम हुआ . हालिया में …

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लक्ष्मण बुनियादी तौर पर ‘कॉमन सेंस’ के कार्टूनिस्ट थे

आर. के. लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देते हुए मेरे प्रिय कार्टूनिस्ट राजेंद्र धोड़पकर ने उनकी कला का बहुत अच्छा विश्लेषण किया है. आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में उनका यह लेख प्रकाशित हुआ है. आप भी पढ़िए- प्रभात रंजन  ============= भारत में आर के लक्ष्मण का नाम कार्टून से वैसे ही जुड़ा हुआ …

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कामयाबी से गुमनामी तक का सफरनामा

सत्तर के दशक के में हिंदी सिनेमा के पहले सुपर स्टार माने जाने वाले राजेश खन्ना का आरंभिक सिनेमाई जीवन एक खुली किताब की तरह सार्वजनिक है तो बाद का जीवन रहस्यमयी है, किसी ट्रेजिक हीरो की तरह कारुणिक. सत्तर के दशक के आरंभिक वर्षों में अखबारों में उनकी फिल्मों …

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