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मंजरी श्रीवास्तव की प्रेम कविताएं

ms  प्रेम कविताएं लिखना सबके वश में नहीं होता है, लिखते हुए उच्छल भावुकता से खुद को बचा पाना बहुत मुश्किल होता है. मंजरी श्रीवास्तव की प्रेम कविताएं बहुत अलग हटकर हैं. उसकी ऐन्द्रिकता उसे विशिष्ट बनाती है और कहन में उसका निजपन है. आज मंजरी की कुछ प्रेम कविताएं- …

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कुछ कविताएं आजादी के नाम

आज स्वतंत्रता दिवस पर आजादी की कुछ कविताओं के साथ जानकी पुल की तरफ से सभी आजादी मुबारक. कवि हैं त्रिपुरारि कुमार शर्मा– मॉडरेटर========================= आज़ादी जुबां तुम काट लो या फिर लगा दो होंठ पर ताले मिरी आवाज़ पर कोई भी पहरा हो नहीं सकता मुझे तुम बंद कर दो …

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मेरी नई कहानी ‘यार को मैंने जाबजा देखा…’

आज अपनी ही नई कहानी प्रस्तुत कर रहा हूँ जो एक कथा श्रृंखला का हिस्सा है- प्रभात रंजन  ===============================================================   यार को मैंने जाबजा देखा प्रभात रंजनउसकी बायीं आँख के ठीक नीचे कटे का निशान था. बड़ा-सा. चेहरे में सबसे पहले वही दिखाई देता था. ‘तीन टाँके लगे थे’, उसने बताया था. देखने में दो …

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