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गाँव, विकास और रंगमंच

गाँव के रंगमंच को लेकर एक बड़ा रोचक और दुर्लभ किस्म का संस्मरण लिखा है युवा रंग समीक्षक अमितेश कुमार ने. लम्बे लेख का एक छोटा सा अंश प्रस्तुत है. आप भी आनंद लीजिये- मॉडरेटर  =================================== शुरूआत हुई थी 2005 में. अपने गांव वाले घर में चोरी होने के कारण …

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सुकृता पॉल कुमार की कविताएं

सुकृता पॉल कुमार ने इतनी विधाओं में इतना अच्छा काम किया है कि उनके किसी भी एक रूप का परिचय अधूरा होगा. अंग्रेजी-उर्दू-हिंदी भाषाओं के सेतु की तरह वे पिछले कई दशकों से साहित्य में सक्रियता की एक मिसाल हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी भाषा की प्रोफ़ेसर सुकृता पॉल कुमार …

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क्रोध भाव और रौद्र रस : विश्व की महान फ़िल्में

इधर हम फिल्मों के वाद-विवाद में लगे हुए थे आईआईटी पलट युवा लेखक प्रचंड प्रवीर रस सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा के विश्लेषण में लगे हुए थे. यह अपने ढंग की अकेली श्रृंखला है जिसमें रसों के आधार पर सिनेमा के साधारणीकरण को देखा गया है. आज रौद्र रस …

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