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क्रोध भाव और रौद्र रस : विश्व की महान फ़िल्में

इधर हम फिल्मों के वाद-विवाद में लगे हुए थे आईआईटी पलट युवा लेखक प्रचंड प्रवीर रस सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा के विश्लेषण में लगे हुए थे. यह अपने ढंग की अकेली श्रृंखला है जिसमें रसों के आधार पर सिनेमा के साधारणीकरण को देखा गया है. आज रौद्र रस …

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कलावंती की कविताएं

जानकी पुल पर साल की शुरुआत करते हैं कुछ सादगी भरी कविताओं से. कलावंती की कविताओं से. कलावंती जी की कविताओं में हो सकता है शिल्प का चमत्कार न दिखे, भाषा का आडम्बर न दिखे लेकिन जीवन में, जीवन के अनुभवों में गहरे रची-बसी हैं उनकी कविताएं. पढ़कर देखिये- मॉडरेटर  …

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बातों-मुलाकातों में मनोहर श्याम जोशी

मनोहर श्याम जोशी की किताब ‘बातें-मुलाकातें: आत्मपरक-साहित्यपरक’ मेरे पास मार्च से है लेकिन इसके ऊपर लिख आज रहा हूँ. यही होता है जो लेखक हमारे सामने होता है हम उसी के ऊपर लिखते रहते हैं, शाबासी के लिए, मिल जाए तो रेवड़ियों के लिए. आज लिखते हुए मैं यही सोचता …

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