Recent Posts

एक कस्बे के नोट्स: स्मृतियों का कोलाज

अभी दो दिन पहले लेखिका नीलेश रघुवंशी को शैलप्रिया स्मृति सम्मान दिए जाने की घोषणा हुई है. 2012 में उनका उपन्यास प्रकाशित हुआ था ‘एक कस्बे के नोट्स’. प्रसिद्ध आलोचक रोहिणी अग्रवाल ने उस उपन्यास पर बहुत अच्छा लेख लिखा है. आप भी पढ़िए और उनको बधाई दीजिए- मॉडरेटर. ========================================================== रोमान …

Read More »

यह फिल्म पुरुषों के लिए भी एक सबक है

हाल में आई फिल्म मेरी कॉम पर यह लेख लिखा है चर्चित लेखिका अनु सिंह चौधरी ने. जब फिल्म पर लिखते हुए व्यावसायिकता का दबाव नहीं होता है तो ऐसी ही संतुलित, आत्मीय समीक्षा लिखी जा सकती है, जिसमें फिल्म, जीवन के अनेक पहलू अपने आप उद्घाटित होते चले जाते …

Read More »

नीलेश रघुवंशी को 2014 का शैलप्रिया स्मृति सम्मान

नीलेश रघुवंशी जानी-मानी कवयित्री हैं और 2012 में प्रकाशित उनके उपन्यास ‘एक कस्बे के नोट्स’ की काफी चर्चा हुई थी. उनको जानकी पुल की ओर से ‘शैलप्रिया स्मृति सम्मान’ की बधाई- मॉडरेटर.========================================================== शैलप्रिया स्मृति न्यास की ओर से द्वितीय शैलप्रिया स्मृति सम्मान सुख्यात लेखिका नीलेश रघुवंशी को देने की घोषणा …

Read More »