युवा कवि विमलेश त्रिपाठी अपनी जीवन यात्रा को दर्ज कर रहे हैं। गाँव के छूटे …
Read More »स्त्री को इस समाज से एक लेखक बतौर सम्मान और पहचान चाहिए
कुछ अर्सा पहले मैत्रेयी पुष्प जी ने युवा लेखिकाओं के ऊपर एक टिप्पणी जनसत्ता में की थी। उसकी आग अभी तक ठंडी नहीं पड़ी है। अभी लखनऊ कथाक्रम में गीताश्री ने एक जोरदार भाषण दिया। फिलहाल पेश है वंदना राग का लेख—- जानकी पुल- ————————————————- कितना विचित्र समय है। …
Read More »