Recent Posts

रणेन्द्र का नया उपन्यास ‘गायब होता देश’

‘ग्लोबल गाँव का देवता’ उपन्यास लिखकर चर्चा में आये रणेन्द्र का नया उपन्यास आ रहा है ‘गायब होता देश’, उपन्यास इसी महीने पेंगुइन से प्रकाशित हो रहा है. इस उपन्यास की पहली झलक पेश कर रहे हैं रत्नेश विश्वकसेन– जानकी पुल.  =========================== जिस दौर में हम जी रहे है दरअसल हमारी …

Read More »

जनवादी लेखक संघ की लेखकों-कलाकारों से अपील

जनवादी लेखक संघ की ओर से लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लेखकों-कलाकारों से अपील जारी की गई है जिसमें भाजपानीत एनडीए के खिलाफ मतदान करने का आह्वान किया है ताकि भारत की जनतांत्रिक परंपरा बनी रहे. आइये इस मुहिम में अपना योगदान करें- जानकी पुल. ====================================================== इस चुनाव में एक ऐसी …

Read More »

जे. स्वामीनाथन की कविताओं पर समकालीन चित्रकार अखिलेश का लेख

कल हमने महान चित्रकार जे. स्वामीनाथन की कवितायेँ पढ़ी थी. यह वादा किया था कि उनकी कविताओं पर समकालीन चित्रकला के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर अखिलेश का लेख हम आपके पढने के लिए प्रस्तुत करेंगे. यह बड़ा दुर्लभ संयोग है कि एक बड़े ‘रंगबाज’ की कविताओं पर एक समकालीन ‘रंगबाज'(चित्रकार के …

Read More »