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लाल दरअसल खून का नहीं हमारी आँखों में उतरे पानी का रंग है

इन कविताओं पर परंपरा का बोझ नहीं है बल्कि बल्कि इन्हें पढना हिंदी में कविता की अछूती जमीन से गुजरना है. विजया सिंह की कविताओं की ताजगी ने बहुत प्रभावित किया. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर.  ====== ====== 1. रजाई       बुढ़ापे की पहली निशानी है नाखूनों के नीचे गंदगी …

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नुक्कड़ नाटकों की ‘अंतर्ध्वनि’

 दिल्ली विश्वविद्यालय में हुई नुक्कड़ नाटकों की प्रतियोगिता के बहाने नुक्कड़ नाटकों पर अच्छा लेख लिखा है युवा रंग-आलोचक अमितेश कुमार ने- जानकी पुल  ======================================== तीन दिन के मैराथन नुक्कड़ प्रदर्शनी को देखने के बाद जब हम इस निष्कर्ष पर पहूंचने ही वाले थे कि नुक्कड़ नाटकों में कुछ नया …

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राहुल बाबा से राहुल गांधी तक

हाल ही में पुस्तक आई है ‘डिकोडिंग राहुल गांधी’। आरती रामचंद्रन की इस पुस्तक के हिन्दी अनुवाद पर यह छोटी सी टिप्पणी- प्रभात रंजन।  ================================ 2014 का  लोकसभा चुनाव कुछ खास है। इस बार हिन्दी और अंगरेजी प्रकाशन जगत ने भी इसके लिए खास तैयारी की है। पिछले करीब एक …

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