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गंगा जैसे डांसिंग फ़्लोर पर चलती है

हाल में ही वरिष्ठ कवि निलय उपाध्याय साइकिल से कई महीनों की गंगा-यात्रा करके अपने शहर मुंबई लौटे हैं. वे इस यात्रा से जुड़े अनुभवों को कलमबद्ध करने में लगे हुए हैं. एक छोटा सा रोचक अंश उन्होंने जानकी पुल के पाठकों से साझा किया है- मॉडरेटर. =========================================== सुबह का …

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‘खुशवंतनामा’ का एक अंश

 खुशवंत सिंह की आखिरी पुस्तकों में है ‘खुशवंतनामा: मेरे जीवन के सबक’ है. इस किताब में उन्होंने एक तरह से अपने जीवन का निचोड़ पेश किया है. आज आपके लिए इस किताब का एक अंश, जिसे लिखते समय वे 98 साल के थे. इस किताब का हिंदी अनुवाद मैंने ही …

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एक खुशअदब खुशहाल का जाना

  कल खुशवंत सिंह का निधन हो गया. वे भरपूर जिंदगी जीकर गए मगर फिर भी उनकी कमी खलेगी. उनकी उपस्थिति विराट थी. इतने रूपों में उन्होंने इतने काम किये कि उनकी सूची बनाने में कुछ न कुछ छूट जाने का डर रहता है. वैसे यह कहा जा सकता है …

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