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कुछ चिनार के पत्ते, झेलम का पानी और मिट्टी…

हाल के वर्षों में जयश्री रॉय ने अपनी कहानियों के माध्यम से हिन्दी जगत में अपनी बेहतर पहचान बनाई है। अभी हाल में ही उनका उपन्यास आया है ‘इकबाल‘, जो कश्मीर की पृष्ठभूमि पर आधारित एक प्रेम-कहानी है। आधार प्रकाशन से प्रकाशित इस उपन्यास का एक अंश आपके लिए- जानकी …

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अखिलेश के पुरस्कृत उपन्यास ‘निर्वासन’ का अंश

नब्बे के दशक के आखिरी वर्षों में लेखन शुरू करने वाले लेखकों के लिए अखिलेश बतौर लेखक-संपादक एक प्रतिमान की तरह रहे हैं। खुद मेरी आरंभिक रचनाओं पर अखिलेश का प्रभाव रहा है। उनकी पत्रिका ‘तद्भव’ में मेरी कई कहानियाँ उस दौर में प्रकाशित हुई। हालांकि अब अखिलेश से संवाद …

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रेणु तन्मयता से किसानी करने वाले लेखक हैं

आज ही के दिन 1921 में हिन्दी के युगांतकारी लेखक फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म हुआ था। आज उनको याद करते हुए, उनके लेखन, उनके विचारों उनकी जीवन दृष्टि पर कला की तरह किसानी जीवन को जीने वाले युवा लेखक गिरीन्द्रनाथ झा ने। आप भी पढ़िये- जानकी पुल। ====================================================== किसानी करते …

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